theatre artists news: स्मार्ट फोन पर दूसरे कलाकारों की एक्टिंग देख बढ़ा रंगमंच का क्रेज़
theatre artists news: मोबाइल ने बढ़ाया यूथ में एक्टिंग का क्रेज
Avinash parasar
Ananya soch: theatre artists news
अनन्य सोच। theatre artists news: कलाकार के लिए भी मोबाइल एक तकनीक के रूप में ठीक है, लेकिन यह बहुत समय खराब करने वाली भी चीज है. अगर कलाकार मोबाइल का आदी हो जाता है, तो उसको अभ्यास के लिए समय नहीं मिल पाता जो उसके लिए अच्छा नहीं है. बाकी तकनीक के आने से कलाकार को भी फायदा हुआ है, क्योंकि आज बहुत कुछ वह मोबाइल से सीख सकता है, जो पहले संभव नहीं था. स्मार्ट फोन पर दूसरे कलाकारों को देख कर इस क्षेत्र में करियर बनाने का ट्रेंड देखा गया है. ये विचार रंगमंच के कलाकार रखते है.
इनका कहना है....
पहले जब स्मार्ट फोन नही थे, तो कलाकारों को एक्टिंग सीखने के लिए मंच या एक्टिंग क्लासेज जॉइन करनी पड़ती थी. इससे रंगमंच का शौक रखने वाले अधिकतर लोगों का ये शौक एक सपना बनकर रह जाता था, लेकिन आज के दौर में एक्टिंग का शौक रखने वाले छोटे से लेकर बड़े कलाकार स्मार्ट फोन की वजह से घर बैठ कर भी एक्टिंग के गुर सिख रहे है.
- योगेन्द्र परमार (थिएटर कलाकार)
स्मार्ट फोन के नेगेटिव और पॉजिटिव दोनों प्रभाव कलाकारों पर पड़े हैं. मोबाइल के कारण अब सबको पहले से पता होता है कि कौनसा नाटक है कितनी अवधि का है, किस शैली में नाटक का मंचन होगा. मुझे लगता है हर तकनीक के कुछ सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए.
- अर्पित गंगवाल (फिल्म निर्देशक)
आज सभी आयु वर्ग के लोग रील्स बनाकर अपना टैलेंट दिखाकर खूब पैसा कमा रहे हैं. कई कलाकार तो सोशल साइट्स की मदद से अपने हुनर को देश-विदेश तक पहुंचा रहे हैं. मोबाइल ने एक्टिंग का क्रेज बढ़ाया है. साथ ही मोबाइल के माध्यम से लोगों का आसानी से थिएटर में पहुंच रहे है.
ऋषिकेश शर्मा (थिएटर डायरेक्टर)
जब से मोबाइल की दुनिया में आए हैं, तब से कलाकारों का रंगमंच की ओर झुकाव कम हुआ है. रंगमंच की एक प्रोसेस होती है, जिसमें एक-दो महीने एक नाटक की रिहर्सल करने के लिए रंगमंच रोजाना जाना पड़ता है.
योगेश परिहार (थिएटर कलाकार-एक्टर)