music festival: दीपक पंडित के वायलिन और राकेश पंडित की कव्वाली से पूरा हुआ संगीत के तीन रंग महोत्सव
music festival: आर आई सी के मैन आडिटोरियम में पंडित भाइयों की जुगलबंदी का चला कमाल
Ananya soch: music festival
अनन्य सोच। music festival: राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (Rajasthan International Centre) में चल रहे तीन दिवसीय संगीत के तीन रंग महोत्सव (rang mahotsav) के आखिरी दिन सर्वप्रथम दीपक पंडित की वायलिन वादन हुआ. दीपक पंडित जाने पहचाने भारतीय शास्त्रीय और फ्यूजन संगीतकार हैं. अपने 6 साल की उम्र में अपने पिता से हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन और वायलिन सीखना शुरू कर दिया था. इन्होंने कई संगीत एलबम की रचना की है जिनमे डिफरेंट स्ट्रिंग्स, मिरेकल, क्लासिकली माइल्ड, हमनशी, इसके आलावा दीपक पंडित ने ये फासले, यू बामसी एंड मी, द ग्रेट इंडियन बटरफ्लाई, आई एम कलाम आदि फिल्मों में बैकग्राउंड स्कोर दिया है.
इसके बाद राकेश पंडित और दीपक पंडित दोनों भाइयों ने कव्वाली के कलम शुरू किया जिसमें कई सुंदर सूफियाना कलाम और अपने पिताजी आदरणीय शंकर शंभू की कव्वालियों की पेशकश की राकेश पंडित बॉलीवुड के जाने-माने कलाकार हैं.
जिनके गाने मुख्य रूप से हिंदी फिल्मों में प्रदर्शित हुए हैं और उन्होंने 100 से अधिक बॉलीवुड गाने गाए हैं. उन्होंने भारतीय पॉप एल्बम जारी किए हैं और कई लाइव प्रदर्शन दिए हैं. मकबूल, गुजारिश, ओमकारा, प्यार के साइड इफेक्ट्स जैसी फिल्मों में अपनी आवाज़ दे चूके हैं. राकेश पंडित ने 1989 में डेब्यू किया जब उन्होंने फिल्म मेरा दिल तेरे लिए से मिलते हैं दिल से दिल के लिए अपनी ऊंची आवाज दी. इस फिल्म के संगीत निर्देशक 'बाबुल बोस' ने उन्हें बॉलीवुड में पहला ब्रेक एक धमाकेदार कवाली के साथ दिया, जिसे कादर खान, ममता कुलकर्णी और दिनेश पर फिल्माया गया था.