रंगकर्मी अभिषेक मुद्गल थियेटर रेजिडेंसी के लिए करेंगे एमेस्ट्रडम ( नीदरलैंड) की यात्रा
इनलक्स थियेटर अवॉर्ड फैलोशिप के तहत हुआ नीदरलैंड के बनयन टैंट संस्था की थियेटर रेजिडेंसी में चयन

गत वर्ष युवा रंगकर्मी अभिषेक मुद्गल को इनलक्स थियेटर अवॉर्ड से नवाज़ा गया था जो की प्रतिवर्ष केवल 3 रंगकर्मियो को पूरे देश भर में दिया जाता है. उसी अवॉर्ड की फेलोशिप के तहत स्टेज मैनेजमेंट विषय पर शोध कार्य एवं कार्य अवलोकन के लिए नीदरलैंड को राजधानी एमस्टर्डम में बनयन टैंट संस्था द्वारा अभिषेक मुद्गल का 1 महीने की थियेटर रेजिडेंसी हेतु चयन किया गया है.
राजस्थान विश्वविद्यालय के नाट्य विभाग से स्नातकोत्तर अभिषेक मुद्गल पिछले 15 वर्ष से लगातार राजस्थान के रंगमंच पर कार्यरत हैं. सन् 2012 में कला एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से अभिनय विषय पर स्कॉलरशिप से भी नवाजे जा चुके हैं. करीब 20 नाटकों में अभिनय एवं 15 नाटकों का निर्देशन कर चुके हैं. 2018 में अभिषेक का जवाहर कला केन्द्र द्वारा द्वारा युवा निर्देशक नाट्य अनुदान के लिए भी चयन हो चुका है. पिछले 7 सालो से राजस्थान में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय स्तर के रंग समारोह रंग राजस्थान, नेशनल माइम फेस्टिवल एवं इरफ़ान थियेटर फेस्टिवल आदि महोत्सवों के अभिषेक फाउंडर डायरेक्टर हैं. इसके अलावा देश के प्रतिष्ठित नाट्य समारोह जैसे भारत रंग महोत्सव दिल्ली, काला घोड़ा आर्ट फेस्टिवल मुंबई, इटफोक फेस्टिवल केरल, इंटरनेशनल माइम फेस्टिवल मणिपुर, विनोद दोशी फेस्टिवल पूना, पृथ्वी थियेटर एवं सेरेंडिपिटी फेस्टिवल गोवा आदि में अभिषेक प्रस्तुतियां दे चुके हैं.
अभिषेक लगातार एक महीना नीदरलैंड के रंगमंच एवं कार्यप्रणाली पर शोध एवं अवलोकन कर एक रिपोर्ट तैयार करेंगे जिसे रंगमंच के विद्यार्थियों के लिए प्रस्तुत किया जा सकेगा. इस यात्रा में अभिषेक एमस्टर्डम एवं यूरोप के विभिन्न शहरों के रंगमंच तकनीकों का अवलोकन करेंगे एवं अपनी फैलोशिप के लिए शोध कार्य करेंगे जिस से स्टेज मैनेजमैंट के माध्यम से राजस्थान के रंगमंच को और बेहतर बनाया जा सके. इस फैलोशिप में अभिषेक मुद्गल की मेंटर मुम्बई मशहूर स्टेज मैनेजर सात्विका कंठमनेनी हैं जिनके सानिध्य में यह फैलोशिप दिसंबर माह तक चलेगी.