एग्जीबिशन में कलाकारों की अनूठी शैली, तकनीक और प्रेरणा का अद्भुत प्रदर्शन

जयपुर में प्रदर्शित हो रही मेयो कॉलेज के कलाकारों की पेंटिंग्स - एग्जीबिशन में उमड़ी कला प्रेमियों की भीड़  21 मार्च तक हो रहा एग्जीबिशन का आयोजन - एग्जीबिशन में पेंटिंग्स की हुई बिक्री

एग्जीबिशन में कलाकारों की अनूठी शैली, तकनीक और प्रेरणा का अद्भुत प्रदर्शन

अनन्य सोच, जयपुर। जयपुर में मेयो कॉलेज एलुमनाई आर्टिस्ट्स (एमएए) द्वारा होटल आईटीसी राजपूताना की वेलकम आर्ट गैलेरी में आयोजित 'आर्ट एग्जीबिशन' को लेकर जयपुर के कला प्रेमियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। एग्जीबिशन में मेयो के पूर्व छात्रों सहित जयपुर के कला प्रेमी शिरकत रहे हैं। एग्जीबिशन के आयोजक मेयो के पूर्व छात्र दुष्यंत सिंह नायला और हेमेन्द्र सिंह वेदसा ने बताया कि एग्जीबिशन को लेकर काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इस दौरान कई कलाकारों की पेंटिग्स की बिक्री भी हुई है। एग्जीबिशन में 24 आर्टिस्ट्स की वॉटर कलर, पेन एंड इंक, एक्रेलिक ऑन कैनवास, एम्ब्रोईडरी ऑन कैनवास, चारकोल, मिक्सड मीडिया, ऑयल सहित विभिन्न शैलियों में 125 पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया जा रहा है और यह एग्जीबिशन 21 मार्च तक लगाई जाएगी। एग्जीबिशन का आयोजन मेयो कॉलेज के पूर्व अध्यापक, स्वर्गीय रमेश माथुर की स्मृति में किया गया है।

 हेमेन्द्र सिंह वेदसा ने बताया कि इस एग्जीबिशन में खास यह है कि इसमें पिता-पुत्र की जोड़ियों की कला का प्रदर्शन एक ही मंच पर हो रहा है। उनके पुत्र करणी सिंह वेदसा ने भी अपना आर्टवर्क एग्जीबिशन में शोकेस किया है। वहीं दुष्यंत सिंह नायला और उनके पुत्र त्रिविक्रम सिंह नायला की पेंटिंग्स भी एग्जीबिशन में प्रदर्शित हो रही हैं। इसी प्रकार स्वर्गीय रमेश माथुर और उनकी पुत्री राखी शर्मा माथुर की पेंटिंग्स भी इस एग्जीबिशन का हिस्सा हैं। वेदसा ने आगे बताया कि इस एग्जीबिशन में सबसे वरिष्ठ कलाकार, 1961 बैच के स्वर्गीय रमेश माथुर हैं और सबसे युवा कलाकार 2022 बैच के मालदेव सिंह हैं। 

एग्जीबिशन में कलाकार नताशा बिश्नोई की पेंटिंग्स प्रकृति और वन्य जीवन से प्रेरित हैं; डूडल आर्टिस्ट, हर्षि अग्रवाल का पेन और इंक के माध्यम से तैयार डूडल आर्टवर्क जानवरों के प्रति प्रेम को दर्शाता है, तो वहीं एग्जीबिशन में कलाकार हेमेंद्र सिंह वेदसा की डूंगरपुर/मेवाड़ शैली में चारकोल और ग्रेफाइट के माध्यम से बनाई गई मिनिएचर पेंटिंग्स, अपने किचन गार्डन से प्रेरित होकर प्रकृति के विवरणों को दर्शाती कलाकार रोहिणी सिंह की पेंटिंग्स और विधिता सिंह की ऑटोमोटिव विषय पर आधारित पेंटिंग्स शामिल हैं।

इसी प्रकार कलाकार उज्जवला भादू की पेंटिंग्स में वुमेन सीरीज और नारीवाद का सुंदर चित्रण है। कात्यायनी सिंह वाघेला द्वारा कैनवास पर एम्ब्रोएडरी और क्रोशे ऑन पेपर के माध्यम से बनाई भगवान कृष्ण सहित कई प्रकार की पेंटिंग्स प्रदर्शित की जा रही हैं। वहीं कलाकार योगेश अदकाइन की पेंटिंग्स 'अनटोल्ड स्टोरी' विषय पर आधारित हैं। एग्जीबिशन में कई तरह की विचारोत्तेजक कलाकृतियां कला प्रेमियों को सुखद एहसास कराती हैं। इन पेंटिंग्स में कलाकारों की अनूठी शैली, तकनीक और प्रेरणा का अद्भुत प्रदर्शन है। एग्जीबिशन में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले कलाकारों में केशव हजरा, ममता माथुर, हर्षिता कुमारी, दुष्यंत सिंह नायला, विजय सिंह चौहान, छवि जैन, राखी शर्मा सहित अन्य कलाकार शामिल हैं।