पारम्परिक तमाशा "गोपीचन्द भर्तहरि" 21 मार्च को आमेर में
अनन्य सोच, जयपुर। भट्ट परिवार की रियासतकाल से चली आ रही लोक नाट्य तमाशा परम्परा का प्रदर्शन तमाशा गोपीचंद भर्तहरि का 21 मार्च मंगलवार दोपहर 1 बजे अम्बेिश्वर महादेव मन्दिर प्रांगण में दिलीप भट्ट के निर्देशन में खेला जायेगा। यह प्रस्तुति परम्परा नाट्य समिति व प्रबन्धकारिणी समिति आमेर द्वारा पेश किया जायेगा। कार्यक्रम संयोजक सचिन भट्ट ने बताया कि यह पारम्परिक परम्परा 250 वर्ष पुरानी लोक नाट्य शैली है। इसमें सहयोग पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर, जयपुर विरासत फाउण्डेशन व कला संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग का भी सहयोग मिला। यह परम्परा तमाशा प्रबन्धकारिणी आमेर द्वारा वर्षों से आयोजित हो रहा है. शास्त्रीय रागों पर आधारित है तथा इसमें ज्ञान, शिक्षा, योग विद्या, तपस्या, साधना यह सभी इस तमाशें में शास्त्रीय रूप में पेश किये जाते है।