अंत हाजिर हो का मंचन

अनन्य सोच। नाटक अंत हाजिर हो का मंचन रवीन्द्र मंच के मिनी थियेटर में किया गया. नाटक का लेखन डॉ. मीराकान्त एवं निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी केशव गुप्ता ने किया. नाटक अन्त हाजिर हो  में परिवार एवं समाज के भीतर मिथकीय रिश्तों में पनप रहे शोषण को दर्शाया गया. नाटक में धीरज-अर्जुन देव, इरफान एवं पिता-अमन कुमार, सुधांशु-शुभम सोयल, शिल्पा-प्रियंका इन्दोरिया, रोली एवं छोटी-लिषिता सोयल, नानी अम्मा-भूमिका चौधरी, नवयुवक एवं चायवाला-रिषभ सिंह आदि ने मुख्य भूमिकाएं निभाई. नाट्य पार्श्व में वॉइस ओवर-अर्जुन देव, प्रकाश व्यवस्था-केशव गुप्ता, रूपसज्जा-सीमा गुप्ता, वस्त्र सज्जा एवं कोरियोग्राफी-प्रियांक्षी केसवानी, पार्श्व संगीत-रिषभ एवं गीतिका, मंच सज्जा-धर्मेन्द्र भारती, बैक स्टेज-रिया सैनी, प्रस्तुति प्रबन्धक-अभय शर्मा एवं उद्घोषण-अर्जुन देव का था. नाटक की परिकल्पना एवं निर्देशन केशव गुप्ता द्वारा की गई.