जेकेके में शुक्रवार से सजेगा 23 वां कला मेला

राजस्थान ललित कला अकादमी और जेकेके द्वारा किया जा रहा है छह दिवसीय आयोजन

जेकेके में शुक्रवार से सजेगा 23 वां कला मेला

अनन्य सोच, जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी की ओर से 23 वां वार्षिक कला मेला शुक्रवार, 3 फरवरी से आयोजित किया जा रहा है। जवाहर कला केंद्र (जेकेके) की सहभागिता में यह मेला इस बार जवाहर कला केंद्र परिसर में लगाया जाएगा, जो 8 फरवरी तक चलेगा। गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसके बारे में राजस्थान ललित कला अकादमी और जवाहर कला केंद्र के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।  राजस्थान की सृजनात्मक, समसामयिक व पारंपरिक कलाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से अकादमी द्वारा प्रत्येक वर्ष यह मेला आयोजित किया जाता है। राज्य के युवा व वरिष्ठ कलाकारों, विभिन्न कला अभिव्यक्तियों की कुशलता व ऊर्जा का एक स्थान पर समन्वित प्रदर्शन का इस बार यह 23 वां संस्करण है। कला मेले को और अधिक विस्तृत व अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप प्रदान करने हेतु इस वर्ष इससे राज्यभर के कॉलेजों एवं कला संगठनों को भी जोड़ा गया है। 10 वरिष्ठ कलाकारों का राष्ट्रीय शिविर आयोजित किया जा रहा है। जेकेके की सुदर्शन आर्ट गैलरी में राजस्थान के दिवंगत कलाकारों की बनाई कलाकृतियां प्रदर्शित की जाएगी। इसी प्रकार यहां की सुरेख व सुदर्शन आर्ट गैलरी में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त व पद्मश्री से सम्मानित कलाकारों की चित्र प्रदर्शनी रहेगी। सुकृति आर्ट गैलरी में राजस्थान ललित कला अकादमी के मौजूदा चित्रों का संग्रह प्रदर्शित किया जाएगा, वहीं कृष्णायन सभागार में विभिन्न कलाओं पर परिचर्चा रखी गई है। राजस्थान सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूकता हेतु शिल्पग्राम में 'राजस्थान सरकार की कल्याणकारी योजना' थीम पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

इस बार के मेले में इस बार के आयोजन को और अधिक व्यापक रूप दिया गया है, जिसके तहत कई नई पहल की गई हैं। इसकी विविध गतिविधियों के तहत 4 फरवरी को राष्ट्रीय चित्रकार शिविर का उद्घाटन होगा। इसके बाद क्ले डेमोंस्ट्रेशन और व्याख्यान व संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। 5 फरवरी को सेंड कास्टिंग डेमोस्ट्रेशन, व्याख्यान व संगोष्ठी आयोजित किए जाएंगे तथा शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। 6 फरवरी को सेंड कास्टिंग डेमोस्ट्रेशन तथा कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए चित्रकला प्रतियोगिता होगी। 7 फरवरी को सेंड कास्टिंग डेमोस्ट्रेशन के बाद दोपहर में मतदाता जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कला मेले के अंतिम दिन 8 फरवरी को समापन समारोह के दौरान कलाकारों को प्रोत्साहन के तौर पर सम्मानित किया जाएगा। 

जेकेके के क्यूरेटर लतीफ उस्ता व जेकेके के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी रामपाल कुमावत ने कला मेले की व्यवस्थाओं तथा कला को प्रोत्साहन दिए जाने की दिशा में जवाहर कला केंद्र के प्रयासों के बारे में जानकारी दी।

23 वें कला मेला के संयोजक लाखन सिंह जाट व सह संयोजक डॉ. रीटा प्रताप ने जानकारी दी कि इस बार कला मेले में 110 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं हैं, ताकि अधिक से अधिक कलाकारों को अपनी बेहतरीन कला दिखाने का मौका मिले। यहां राज्यभर के विभिन्न कलाकार अपनी कलाओं को मूर्त रूप देंगे। यह मेला प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक दर्शकों के लिए निशुल्क खुला रहेगा।