5 से 75 साल के सुर साधकों ने थामी युगल गीतों की लय-ताल

5 से 75 साल के सुर साधकों ने थामी युगल गीतों की लय-ताल
अनन्य सोच, जयपुर। जाने-माने गायक एवं  संगीत गुरू आमोद चतुर्वेदी के निर्देशन में सजी ‘सुरीली शाम सुर के नाम' रविवार को महावीर स्कूल सभागार मे सुरीली शाम सुर के नाम कार्यक्रम का  आयोजन किया गया। 
शहर में रविवार को पांच से पिचहत्तर साल के सुर साधकों ने अपनी संगीतमयी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन कर वहां मौजूद संगीत प्रेमियों का दिल जीता.सिविल लाइन्स स्थित सुर म्युजिक एकेडमी द्वारा ‘सुरीली शाम सुर के नाम’ नामक इस कार्यक्रम की खासितय ये थी कि इसमें शहर के चालीस सुर साधकों ने बॉलीवुड के 20 युगल गीतों को अपनी आवाज़ दी। कार्यक्रम का आयोजन "सुर म्यूज़िक अकादमी" के संस्थापक और संगीत गुरू आमोद चतुर्वेदी के निर्देशन में महावीर स्कूल ऑडिटोरियम में किया गया।  
समारोह में विशिष्ट अतिथि भारतीय प्रशाशनिक सेवा अधिकारी वित्त सचिव राजस्थान सरकार  नरेश  ठकराल , एडिशनल एस पी संजीव भटनागर, राजस्थान चैंम्बर ऑफ कॉमर्स  एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डॉ के.एल. जैन, उपाध्यक्ष डी.एस भंडारी एवं सचिव संगीत आश्रम अमित अनुपम रहे। 
कार्यक्रम संचालक आभा दिवेदी ने बताया कि  कार्यक्रम का शुभ आरंभ ईश वंदना से हुआ, कार्यक्रम में एकेडमी के विभिन्न आयु वर्ग के 5 से 75 वर्ष तक के सभी सुर साधकों द्वारा युगल गीतों की लाइव बैंड पर प्रस्तुति दी गई। जिस मे प्रमुख रूप से तुम्हें जो मैंने देखा, हवा के साथ साथ, यूँ ही तुम मुझ से बात करते हो, चुरा लिया है तुम ने जो दिल को,  जैसे सुपर हिट फिल्मी गीतों की प्रस्तुति दी गई। 
-इन कलाकारों की प्रस्तुति भी रही खास
कार्यक्रम में  विरल चतुर्वेदी, अनिरुद्ध, पूनम जैन, इरा दुबे, कर्तिकेय मिश्रा,  डॉ यामिनी चतुर्वेदी, डॉ नीरज नागायच, स्वपना जैन,अमायरा, नविका, नियारा, अद्रिजा, आर एस गुप्ता, रविंद्र शर्मा, इशिता  शर्मा, भावना सिंह, सुनीता गुप्ता, प्रिया,  यूहान, ममता भार्गव, अशोक महेश्वरी,शशि सिंह, मिथिलेश नाग, शालिनी माटा, कृतार्थ, नवीशा शर्मा, चारूवी शर्मा, अलिन्द गुप्ता, शुभा गुप्ता, इशिता शर्मा, अनूप जोशी, डॉ कनिका वर्मा, दीपिक अरोड़ा, मीनाक्षी सिंह, अनिल भारद्वाज, कविता सिसोदिया,  इंदू शर्मा, मीना बलोदिया,  नरेंद्र जैन, सीमा मुंजाल, स्वाति कौशिक, राजीव लोईवाल , रजनी श्रीवास्तव और नरेंद्र शर्मा ने भी मनमोहक प्रस्तुति दी