Button Rose: प्रेम के साथ प्रकृति के चित्रण की कथा है “बटन रोज़”
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अनन्य सोच, जयपुर। Button Rose: डॉ राधाकृष्णन राज्य केंद्रीय पुस्तकालय एवम् प्रगतिशील लेखक संघ, जयपुर की ओर से पुस्तकालय के सभा कक्ष में लेखिका रजनी मोरवाल के नये उपन्यास “बटन रोज़” का विमोचन किया गया. मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार व संपादक ओम थानवी ने कहा कि यह बेहद सार्थक है कि उपन्यास के बहाने यहां साहित्य के वर्तमान पर चर्चा की गई है. उन्होंने कहा कि कथा में विवेक सम्मत नजरिया होना चाहिए और भाषायी जिम्मेदारी का बर्ताव अपेक्षित है. विषय वस्तु अपनी भाषा को साथ लेकर आती है. वरिष्ठ साहित्यकार डॉ हेतु भारद्वाज ने कहा कि उपन्यास की यात्रा प्रकृति का अनुमोदन करती है. प्रेम का खुलापन कभी कभी भारतीय समाज में दुविधा भी बन जाता है. इस उपन्यास में लेखिका ने साहस के साथ प्रेम के खुलेपन का चित्रण किया है. प्रेम जीवन की उद्धतत्ता को बढ़ाता है. वरिष्ठ आलोचक राजाराम भादु ने कहा कि इस उपन्यास की मुख्य पात्र मारिया ऐंग्लो इण्डियन है. यह कम्यूनिटी भारतीय सिनेमा में पर्दे के पीछे काम करने वालों की रही है. इस उपन्यास में यह मुख्यधारा में दिखाई दी है. यह उपन्यास स्त्री विमर्श के बहाने विवाह सत्ता को भी कठघरे में खड़ा करता है. वरिष्ठ कवि कृष्ण कल्पित का कहना था कि इस उपन्यास में स्त्री -पुरुष की खोज एक सनातन प्यास के रूप में प्रकट हुई है। यह कथा एक नये ढंग से प्रेम त्रिकोण को प्रस्तुत करती है.
उपन्यास की लेखिका रजनी मोरवाल ने इस अवसर पर कहा कि यह उनका पहला रोमांटिक नॉवल है जो प्रेम त्रिकोण पर आधारित है. इस उपन्यास की मुख्य किरदार मारिया नाम की एक स्त्री है जो प्रेम की चाह में जीवन पथ पर भटकती रहती है और अंत में उसे एहसास होता है कि वह ख़ुद के लिए अकेली ही काफ़ी है, उसे किसी के सहारे जीने की कोई ज़रूरत नहीं है. रजनी मोरवाल ने कहा कि इस उपन्यास में स्त्री की ईच्छा, कामना, अभिलाषा और प्रेम के साथ प्रकृति के चित्र भी देखने को मिलेंगे. कार्यक्रम का संचालन अजय अनुरागी ने किया.