चम्बल रिवर फ्रंट स्थापत्य एवं शिल्प की दृष्टि से अतुलनीय -राज्यपाल

राज्यपाल ने किया चम्बल रिवर फ्रंट का अवलोकन,कोटा बनेगा पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल

चम्बल रिवर फ्रंट स्थापत्य एवं शिल्प की दृष्टि से अतुलनीय -राज्यपाल

अनन्य सोच,  जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि चम्बल नदी पर बना रिवर फ्रंट स्थापत्य की दृष्टि से अतुलनीय है, प्रत्येक घाट का निर्माण भारतीय संस्कृति ओत-प्रोत है। आने वाले समय में देश-दुनिया के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा।

राज्यपाल मिश्र बुधवार को कोटा में निर्माणाधीन चम्बल रिवर फ्रंट के अवालोकन के उपरान्त मीडिया से रूबरू हो रहे थे। गोल्फ कार्ट से विभिन्न घाटों पर बने विश्व स्तरीय स्मारकों के फसाड़ एवं नाव में बैठकर विभिन्न घाटों की विशेषताओं का उन्होंने नजदीकी से अवलोकन किया। इस दौरान स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, प्रशासनिक पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे।

राज्यपाल ने कहा कि चम्बल नदी पर बना यह रिवर फ्रंट स्थापत्य एवं शिल्प की दृष्टि से देश-दुनिया का अनुपम स्थान है। यहां प्रत्येक घाट पर विश्वस्तरीय स्मारकों का निर्माण करवाकर एक ही स्थान पर भव्यता के साथ प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट का निर्माण भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत है, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विशेषताओं के साथ घाटों पर संस्कृति को जीवंत किया गया है। उन्होंने चम्बल नदी की सबसे ऊँची प्रतिमा निर्माण, गीता का उपदेश देते हुए श्लोकों को उकेरा गया है। पंचतत्व घाट में जीवन का सार बताया है, वहीं योगी घाट पर देश की पुरातन योग संस्कृति को साकार किया गया है।