शाकद्वीपीय (मग) ब्राह्मण जयपुर के प्रवासी बीकानेरी बंधुओं ने मनाया 11वाँ खेलणी सप्तमी का उत्सव

शाकद्वीपीय (मग) ब्राह्मण जयपुर के प्रवासी बीकानेरी बंधुओं ने मनाया 11वाँ खेलणी सप्तमी का उत्सव

अनन्य सोच, जयपुर। राजस्थान के शहर बीकानेर स्थित इष्ट देवी माँ नागणेची जी के मन्दिर में शाकद्वीपीय (मग) ब्राह्मण द्वारा मंदिर प्रांगण में अबीर / गुलाल, भजनों के साथ माँ नागणेची जी को फ़ाग खेलते हैं। साथ ही सम्पूर्ण समाज बन्धु एक साथ उपस्थित होकर माता रानी की भव्य आरती करते हैं। बीकानेर में इसी उत्सव के साथ होली का थम्ब रोपण कर फ़ाग / गैर शैली का गायन करते हुए शहर में रम्मत एवं होली के कार्यक्रमो का आगाज हो जाता है जो 7 दिन होली तक चलता है । अपनी जड़ों से जुड़े उत्सवों को वर्तमान पीढ़ी को समझाने-सीखने के लिए सामाजिक समरसता के कार्यक्रम समाज द्वारा समय समय पर आयोजित किये जाते रहे हैं।

इसी रीति को जयपुर शहर में जीवंत रखने के क्रम में इस वर्ष भी महोत्सव का आयोजन शाकद्वीपीय (मग) ब्राह्मण जयपुर के प्रवासी बीकानेरी बंधुओं द्वारा सिटी पैलेस चांदनी चौक स्थित ब्रजनिधि  के मन्दिर के प्रांगण किया गया । इष्ट देवी माँ नागणेची जी की प्रतिकृति को फूल बंगले की पंडाल में विराजमान कर भजन - फाग गायन चंग धमाल और फ़ाग के मधुर भजनों, एवं महिला-पुरुष समूहों द्वारा नृत्य का का प्रस्तुतिकरण किया गया एवं महाआरती की। जयपुर में रहने वाले Satara प्रवासी बंधुओं ने इस महोत्सव में सपरिवार भाग लिया । इस अवसर पर छप्पन भोग का भी भोग लगाया व फ़ाग गायन एवं बीकानेर शैली की फ़ाग का प्रस्तुतीकरण भी किया