काम नहीं आ रही डिपो की जमीन, हर माह दे रहे 17.93 लाख किराया
डिपो की जमीन काम में नहीं आ रही फिर भी रोडवेज को किया जा रहा भुगतान

ऋषिराज जोशी
जयपुर। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड (जेसीटीएसएल) के अधिकारी खुद ही घाटा बढ़ाने में लगे हुए हैं। सांगानेर डिपो की जमीन पिछले 28 महीने से कोई काम में नहीं आ रही, फिर भी जेसीटीएसएल प्रशासन रोडवेज को इसका 17.93 लाख रुपए किराया दे रहा है। वहीं दूसरी ओर अगर इस राशि की जेसीटीएसएल प्रशासन बस खरीदता तो शायद जनता को अच्छी सुविधा मिल सकती थी।
बात 2013 की है जब जेसीटीएसएल ने सांगानेर और विद्याधर नगर में रोडवेज की खाली जमीन किराए पर ली थी। इसके एवज में 17,93,600 रुपए किराए के तौर पर रोडवेज को दिया जाता है। मार्च, 2020 में लॉकडाउन लगने की वजह से और जेसीटीएसएल की बसें कंडम होने से सांगानेर डिपो को बंद कर दिया गया। इसके बावजूद भी किराया चालू है। वहीं विद्याधर नगर से केवल 100 बसों का संचालन किया जा रहा है।
टोडी और बगराना में खुद की जमीन:
जेसीटीएसएल के पास टोडी और बगराना में खुद की जमीन है जहां से बसें चलती है। अगर जेसीटीएसएल प्रशासन सांगानेर और विद्याधर नगर डिपो को खाली कर टोडी और बगराना डिपो से बसों का संचालन करें तो हर साल 4.30 करोड़ रुपए का राजस्व बच सकता है। हालांकि अभी कुछ दिन से विद्याधर नगर डिपो प्रबंधन और अन्य अधिकारियों के कार्यालय सांगानेर में शिफ्ट करने का काम किया जा रहा है।
रोडवेज को भुगतान करना बंद:
जेसीटीएसएल प्रशासन ने कुछ समय से आर्थिक तंगी बताते हुए रोडवेज को किराए का भुगतान नहीं किया। रोडवेज ने ब्याज सहित पैसे देने के लिए पत्र भी लिखा है। जेसीटीएसएल के पास मौजूदा वक्त में केवल 300 बसें है। इनमें से 100 मिडी बसों को पारस और 200 बसों का संचालन मातेश्वरी कंपनी कर रही है। जेसीटीएसएल को हर साल करीब 50 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है। यदि जेसीटीएसएल कंपनियों को हटाकर खुद बसों का संचालन करें तो शायद यह घाटा कम हो सकता है।
इनका कहना है...
इस मामले पर जेसीटीएसएल के मुख्य वित्तीय अधिकारी मुन्नालाल टोडीवाल का कहना है कि सांगानेर और विद्याधर नगर डिपो की जमीन रोडवेज से किराए में ले रखी है। सांगानेर डिपो से लॉकडाउन के बाद से बसों का संचालन बंद है। जेसीटीएसएल ने फिलहाल सांगानेर डिपो को खाली नहीं किया। इसका किराया चालू है।