गायत्री परिवार विद्यालयों में कराएगा भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा

गायत्री परिवार विद्यालयों में कराएगा भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा

Ananya soch: Gayatri Parivar will conduct Indian culture knowledge test in schools

अनन्य सोच। विद्यार्थियों में भारतीय संस्कृति और संस्कारों के बीजारोपण के लिए इस साल अधिक से अधिक विद्यालयों में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा कराई जाएगी. परीक्षा के संबंध में मार्गदर्शन करने के लिए शांतिकुंज से परीक्षा प्रभारी रामयश तिवारी ने गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में परीक्षा से जुड़े जिला प्रभारियों की बैठक ली. तिवारी ने कहा की हमारे देश में राजस्थान एक ऐसा प्रदेश है जो कि राष्ट्र निर्माण के कार्यों में हमेशा अग्रणी भूमिका निभा कर इतिहास रच रहा है. भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा भी एक तरह से राष्ट्र निर्माण का कार्य है. इस परीक्षा में अधिक संख्या में विद्यार्थियों को बैठाने में राजस्थान प्रथम स्थान पर रहा है. इस परीक्षा का उद्देश्य बच्चों में नैतिक शिक्षा, आध्यात्मिक शिक्षा के माध्यम से व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय मूल्यों की पुर्न:स्थापना एवं अभिवर्धन करना है. भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा को विस्तार देकर ऋषि प्रणीत संस्कारों एवं जीवन मूल्यों से अध्यापकों, अभिभावकों एवं विद्यार्थियों से परिचित कराना है. इसमें शिक्षकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। हमें सन् 2026 तक लगभग 2000 शिक्षकों को जीवन मूल्यों के उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए भारतीय संस्कृति को युवाओं तक पहुंचाने के लिए उन्हें प्रशिक्षित कर एक सैनिक की तरह खड़ा करना है. 

परीक्षा सात नवंबर को, लक्ष्य 15 लाख

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रांतीय संयोजक रमाकांत अमेटा ने बताया की 2025 में यह परीक्षा 7 नवंबर को आयोजित की जाएगी. इस वर्ष 15 लाख विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठाने का लक्ष्य तय किया गया है. गायत्री परिवार राजस्थान प्रभारी ओमप्रकाश अग्रवाल ने जिला प्रभारियों को लक्ष्य पूरा करने का संकल्प दिलायाा. डूंगरपुर शिक्षा अधिकारी हर्षित ने जिले में एक लाख विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठाने का संकल्प लिया. बैठक में कार्यालय समन्वयक उमा शंकर माथुर, गायत्री शक्तिपीठ व्यवस्थापक सोहनलाल शर्मा, सह व्यवस्थापक मणिशंकर पाटीदार ने भी विचार व्यक्त किए.