Tiranga Yatra Committee: तिरंगा यात्रा समिति: वार्ड 64 में विभिन्न देशभक्ति कार्यक्रम आयोजित

-एकता-अखण्डता के लिए जयपुर में 10 हजार जयपुरवासी यात्रा में थामें तिरंगा जयपुराइट्स इस स्वतंत्रता दिवस को अनूठे अंदाज में मनाया, क्योंकि वे कतारमय होकर जयपुर की सड़कों पर न केवल तिरंगा यात्रा निकाली, बल्कि महिला पुरुष और बच्चे शामिल होकर देश में शांति और सौहार्द की बात हुई. इसके लिए जयपुर के वार्ड नंबर 64 में स्वतंत्रता दिवस को यादगार बनाया गया. इस दौरान विशाल भव्य तिरंगा यात्रा निकाली , जिसका दायरा 4 किलोमीटर से भी ज्यादा का था।

Tiranga Yatra Committee: तिरंगा यात्रा समिति: वार्ड 64 में विभिन्न देशभक्ति कार्यक्रम आयोजित

Ananya soch: Tiranga Yatra Committee

अनन्य सोच, जयपुर। इस अनूठे आयोजन में जयपुर से बड़ी संख्या में हर उम्र के लोग शामिल हुए.करीब चार किलोमीटर की तिरंगा यात्रा में 32 कोलोनियों के वरिष्ठ नागरिकों के साथ महिलाएँ, पुरुषों व बच्चों की सहभागिता रही. साथ ही 3000 तिरंगे के रंग के दुपट्टे समस्त सहभागियों के लिए 1000 कैप व टी-शर्ट बच्चों के लिए दी गई.

देश को जोड़ने का है प्रयास:

आयोजक राजू अग्रवाल ने बताया,  कि देश में आज एक दूसरे को आपस में जुड़ने की जरूरत है.  ऐसे  में इस प्रकार का एकता से ओतप्रोत प्रोग्राम डिजाइन किया गया है. तिरंगा यात्रा समिति की ओर से सुबह 9 बजे वार्ड 64 में यात्रा निकाली गई . 


झंडा यात्रा  के मुख्य अंश:

 -चार किलोमीटर की तिरंगा  यात्रा में 32

 -कॉलोनियों के वरिष्ठ नागरिकों के साथ साथ  महिलाएँ , पुरुषों व बच्चों की सहभागिता से  हुई.
-2000 झंडों तथा 3000 तिरंगे के रंग के दुपट्टे समस्त सहभागियो के लिए, 1000 कैप व टी शर्ट बच्चों के लिए 800 साड़ियां व 800 साफे  महिलाओं के लिए वं 800 व्यक्ति सफेदकुर्ते  पाजामे पहने हुए पुरुष यात्रा में शामिल हुए.
 -1000 किलो पुष्प वर्षा मठाधीशों-महंतों, साधु संतो व  तीन ड्रोन द्वारा यात्रा निकल गई . 
-जयपुर के पांच  नामी बैंड के साथ साथ चार भांगड़ा ढोल व नगाड़े की टीमें यात्रा के साथ चली.
-क्षेत्र के पांच विद्यालयों के अध्यापकों-विद्यार्थियों की सहभागिता रही.
-दो अनाथालयों, नया सवेरा व आश्रय केयर के सदस्यों द्वारा विशेष सहयोग किया गया.
-राजकीय शहरी डिस्पेंसरी व कार्यालयों के कर्मचारियों द्वारा भी तिरंगा यात्रा में सहभागिता की गई. 
-स्थानीय व्यापार मंडल मैं भी बढ़-चढ़कर के भाग लिया.
-एक रथ में भारत माता का चित्र सजाया गया जिसे लोगों ने बहुत सराह. 
-दस ई- रिक्शा में से 8 ई- रिक्शा अति वरिष्ठ नागरिकों के लिए जिन्हें चलने में परेशानी हो उनका सहयोग करते हुए हमको यात्रा कराई.