जयपुर में गूंजा उड़े जब-जब जुल्फे तेरी...

जेकेके में हुआ ओ पी नेय्यर के गीतों का अनूठा प्रोग्राम

जयपुर में गूंजा उड़े जब-जब जुल्फे तेरी...

अनन्य सोच, जयपुर। आप अगर यूं ही हमसे मिलते... जाने कहां मेरा जिगर गया जी... मांग के साथ तुम्हारा... बहुत शुक्रिया बड़ी मेहरबानी... दिल की आवाज भी सुन... उड़े जब-जब जुल्फे तेरी... लेकर पहला-पहला प्यार... जैसे सदाबहार गाने जब जयपुर के मंच पर गूंजे तो हर कोई रोमांचित हो उठा। नजारा था जवाहर कला केंद्र में स्वर साधना जयपुर की ओर से संगीतकार ओ पी नेय्यर के सदाबहार गानों का। प्रोग्राम के टाइटल सॉन्ग उड़े जब जब जुल्फे तेरी... की प्रस्तुति से डॉ. संकल्प और अंजू ने प्रभावित किया। ऐसे में कलाकारों के गीतों से जयपुर का मौसम भी गुलजार हुआ और बड़ी संख्या में संगीत प्रेमियों ने जेकेके पहुंचकर कार्यक्रम का आनंद लिया। 

इस मौके पर धर्मेंद्र उपाध्याय ने ओ पी नेय्यर से जुड़े किस्से कला प्रेमियों के साथ शेयर किए। कार्यक्रम संरक्षक के के ठाकोर ने बताया, कि कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी कलाकार शौकिया गायक हैं। संस्था का मोटिव लोगों का मनोरंजन करने के साथ प्रतिभाओं को मंच देने का है।

ये रहे उपस्थित:
कार्यक्रम में नरेंद्र मेहता, कैलाश सोलंकी, डॉ. संकल्प कुलश्रेष्ठ, समीर सेन, मनीष बत्ता, अम्बे माथुर, एसडी माथुर, अतुल माथुर, रजनी ठाकोर, वंदना जैमिनी, दीपा जैन, शुभा शर्मा, तृप्ति सक्सेना आदि ने कई सदाबहार गानों की प्रस्तुति देकर जयपुराइट्स का दिली जीत लिया।

कार्यक्रम का समापन ये देश है वीर जवानों का... के साथ हुआ। साथ ही सभी कलाकारों को मोमेंटो देकर सम्मान किया गया।