नेट थिएट पर बेहमी बानियो नाटक

एक लोकेट ने दर्शकों खूब गुदगुदाया

नेट थिएट पर बेहमी बानियो  नाटक

अनन्य सोच, जयपुर। नेट थिएट कार्यक्रमों की श्रंखला में  वरिष्ठ नाट्य गुरु सरताज नारायण माथुर द्वारा रूपांतरित एवं निर्देशित नाटक बेहमी बानियो  ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया। मोलियर लिखित द डिसीव्ड हस्बैंड का  बेमि बान्यो राजस्थानी रूपांतरण है  जिसके रूपांतरकार  सरताज माथुर हैं। अतिनाटकीय शैली का नाटक ' बेमी बाण्यो ' दर्शकों को हंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ता। इसके सभी पात्रों का निर्माण भी अतिनाटकीय ढंग से ही किया गया है। प्रेमी द्वारा प्रेमिका को दिए लॉकेट के ,किसी और के हाथ लग जाने से पात्रों के मध्य असमंजसता जन्म लेती है। वाद , विवाद में परिवर्तित हो जाता है और विवाद हाथा- पाई में ,जो कि दर्शक का बख़ूबी मनोरंजन करता है। नाटक में भव्य जैन, रिचा शर्मा, अनुकृति दुबे, मोहित कुमावत, विवेक जाखड़, निशांत साहू, श्वेता खत्री, विशाल कोटवानी, खुशबू बसदानी, रोहित परिहार और पंकज हेमनानी ने अपने अभिनय से नाटक के दर्शकों को खूब हंसाया और अपनी हाव भाव भंगिमाओं के माध्यम से अपनी कला की अमित छाप छोड़ी। नाटक में मंच प्रबंधन एवं वेशभूषा गरिमा सिंह, संगीत हितेश खत्री, मंच सज्जा गिरीश यादव, मंच सहायक अक्षय मीणा, अनिल कुमार एवं देवेश शर्मा का रहा ।