Suron Ke Rang sargam Ke Sang: कार्यक्रम ‘सुरों के रंग-सरगम के संग’ में 21 महिलाओं ने सुनाए दिलकश गीत

जानी-मानी गायिका मुक्ता चड्ढा के निर्देशन में दी एकल गीतों की प्रस्तुति

Suron Ke Rang sargam Ke Sang: कार्यक्रम ‘सुरों के रंग-सरगम के संग’ में 21 महिलाओं ने सुनाए दिलकश गीत

-Suron Ke Rang sargam Ke Sang

अनन्य सोच, जयपुर।  शहर के ‘सरगम’ महिलाओं के समूह ‘सरगम’ की ओर से जवाहर कला केन्द्र के रंगायन में बॉलीवुड गोल्डन एरा के सुपरहिट गीतोें का कार्यक्रम ‘सुरों के रंग-सरगम के संग’ आयोजित किया गया। प्रदेश की जानी मानी गायिका मुक्ता के चड्ढा के निर्देशन में आयोजित इस सुरमय कार्यक्रम में शहर की 21 प्रतिष्ठित महिलाओं ने एक से बढ़कर एक दिलकश गीतों की प्रस्तुति दी। महिलाओं के इस समूह में डॉक्टर, लेक्चरर, बिजनेस वूमैन और कई प्रोफेशनल सिंगर्स शामिल हैं। उषा अग्रवाल और अनुराधा माथुर के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन देश की जानी-मानी कथक नृत्य गुरू विदूषी प्रेरणा श्रीमाली और राजस्थान संगीत संस्थान की फ्रोफेसर डॉ. सीमा सक्सेना ने किया।

इन गीतों की प्रस्तुति रही खास

दिल हूम हूम करे, तू शायर है मैं तेरी शायरी, आपका खत मिला आपको शुक्रिया, मैं हूं खुश रंग हिना, वादियां मेरा दामन, तू इस तरहा से मेरी ज़िंदगी में शामिल है और जब छाये मेरा जादू सहित कार्यक्रम में कुल 22 सुपरहिट गीतों को इन महिलाओं ने पूरी गर्मजोशी और तैयारी के साथ पेश कर सभी का दिल जीत लिया।

इन महिलाओं ने दी प्रस्तुति

मुक्ता चड्ढा, अनुराधा माथुर, राजश्री सेमन्त, ममता झा, प्रिय बोथरा, रितु श्रीवास्तव, इला कुलश्रेष्ठ, डॉ. राशि अग्रवाल, भावना कश्यप, मधुलिका उज्जवल, संध्या असवाल,आकृति वशिष्ठ, भारती शर्मा, अदिति शर्मा, रेनु माथुर, मीरा सक्सेना, संतोष भाटी, निशा शर्मा, बीना भार्गव, विनीता कोडवानी और पूनम जैन।

 कार्यक्रम की 22वीं और अन्तिम प्रस्तुति रही समूह गीत की जिसमें इन सभी महिलाओं ने मिलकर ‘सजन रे झूठ मत बोलो खुदा केे पास जाना है’ गीत की प्रस्तुति देकर माहौल को आध्यात्म के रंग मे रंग लिया।