सुरीले सुरों की शाम में झूमे सुर, महका संगीत – जयपुर में सजी यादगार सुरमयी संध्या

Ananya soch
अनन्य सोच। सुकून सुर रागिनी एवं SSR ग्रुप द्वारा आयोजित बहुप्रतीक्षित संगीतमय कार्यक्रम “सुरीले सुरों की शाम” का जवाहर कला केंद्र, जयपुर में भव्य आयोजन हुआ. संध्या 5 बजे से 9 बजे तक चले इस कार्यक्रम ने जयपुर के संगीतप्रेमियों को मधुर सुरों की दुनिया में मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे कालीचरण सराफ, पूर्व कैबिनेट मंत्री, राजस्थान सरकार. इस अवसर पर शहर के कई प्रतिष्ठित व्यवसायी, उद्योगपति और संगीत जगत से जुड़ी जानी-मानी हस्तियाँ भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं.
कार्यक्रम की डायरेक्टर नीरा राजवंशी ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य जयपुर की समृद्ध सांस्कृतिक और संगीत परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुँचाना है. मंच संचालन जितेन्द्र नाग ने प्रभावशाली अंदाज़ में किया, जिससे पूरा सभागार लगातार उत्साह से भरा रहा.
गीत-संध्या का शुभारंभ नीरा राजवंशी एवं उनकी टीम द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना से हुआ. इसके बाद एक से बढ़कर एक गीतों ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. संध्या टंडन का “लाखों हैं निगाहों में”, जितेन्द्र नाग-रजनी श्रीवास्तव का “हमसफ़र मेरे हमसफ़र”, मोहित-रीटा माथुर का “जुम्मा चुम्मा दे दे”, अशोक माथुर का “चन्दन सा बदन”, विजय-नीलम शर्मा का “नींद ना मुझको आए” सहित अनेक कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से वातावरण को सुरमयी बना दिया. कार्यक्रम के समापन पर नीरा राजवंशी ने सभी अतिथियों, कलाकारों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया.