Jyoti Kalash Rath Yatra: ज्योति रथ कलश यात्रा में हम बदलेंगे-युग बदलेगा, हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा का जयघोष किया

Jyoti Kalash Rath Yatra: ज्योति रथ कलश यात्रा में हम बदलेंगे-युग बदलेगा, हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा का जयघोष किया

Ananya soch: Jyoti Kalash Rath Yatra

अनन्य सोच। Jyoti Kalash Rath Yatra:  शांतिकुंज हरिद्वार से आई ज्योति रथ कलश यात्रा ने मंगलवार को गलता रोड स्थित राम लक्ष्मण आश्रम, घाट के बालाजी, केशव विद्या पीठ, जामडोली, गायत्री ग्रीन सिटी, मणि रत्न कॉलोनी, सुमेल रोड, बंसत विहार, विकास नगर, विजयपुरा गांव, पुरानी चुंगी, सूर्य सिटी, ग्रीन पार्क, कांजीनगर, ट्रांसपोर्टनगर, गुरुद्वारा जवाहरनगर, आदर्शनगर, जनता कॉलोनी में हम बदलेंगे-युग बदलेगा, हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा का जयघोष किया. जन-जन को युग निर्माण का संदेश देते हुए निकली यात्रा का बड़ी संख्या में लोगों ने आरती और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. विभिन्न समाजों और संगठनों के प्रमुखों ने भी स्वागत किया. सभी कॉलोनियों में बड़ी संख्या में स्थानीय परिजनों ने वेदमाता गायत्री और कलश की आरती उतारी तथा पुष्प वर्षा की. जयकारों के साथ आगे बढ़ते रथ के स्वागत के लिए लोग पलक पांवड़े बिछाए हुए रहे। कई जगह कॉलोनीवासियों ने सामूहिक रूप से स्वागत किया। बड़ी संख्या में मातृ शक्ति ने ज्योति कलश रथ यात्रा की अगवानी की. 
गायत्री परिवार राजस्थान के जोन समन्वय एवं मुख्य ट्रस्टी ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को चारदीवारी के विभिन्न मंदिरों के सामने से रथ यात्रा निकलेगी. गायत्री देव माता है. ऐसे में मां-पुत्र का मिलन होगा. मोतीडूंगरी गणेश मंदिर से रथ यात्रा का श्रीगणेश होगा. सांगानेर गेट स्थित हनुमान मंदिर, गोपाल जी का मंदिर, ताडक़ेश्वर मंदिर चौड़ा रास्ता, बड़ी चौपड़ स्थित ध्वजाधीश गणेश मंदिर, आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर, काले हनुमान मंदिर, झूलेलाल मंदिर, नहर के गणेशजी सहित अन्य मंदिरों में ज्योति कलश रथ यात्रा का स्वागत किया जाएगा. 
उल्लेखनीय है कि ज्योति रथ कलश यात्रा के माध्यम से गायत्री परिवार के संस्थापक युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के राष्ट्रवादी विचार जन-जन तक पहुंचाए जा रहे हैं. विश्व शांति,पर्यावरण संरक्षण, मनुष्य में देवत्व का उदय, सामाजिक सौहार्द, देश की एकता और अखंडता, मानव जीवन में नैतिक मूल्यों का विकास जैसे महान लक्ष्य को लेकर यह यात्रा पूरे देश में संचालित की जा रही है. इस यात्रा का समापन शांतिकुंज में प्रज्जवलित अखंड दीपक की 100 वर्ष की अवधि पूर्ण होने एवं माता भगवती देवी शर्मा की जन्म शताब्दी वर्ष होने पर बसंत पंचमी 2026 को होगा.