Rajasthan Lalit Kala Akadmi: राजस्थान ललित कला अकादमी में चल रही एग्जीबिशन में डिस्प्ले हुई 50 आर्टिस्ट की पेंटिंग्स

Rajasthan Lalit Kala Akadmi: राजस्थान ललित कला अकादमी में चल रही एग्जीबिशन में डिस्प्ले हुई 50 आर्टिस्ट की पेंटिंग्स
अनन्य सोच, जयपुर।  राजस्थान ललित कला अकादमी की आर्ट गैलरी में 50 आर्टिस्ट की पेंटिंग्स डिस्प्ले की गई हैं. ललित कला अकादमी के चेयरमैन  लक्ष्मण व्यास मूर्तिकार ने बताया कि पिछले दिनों में अकादमी में आयोजित आर्ट केंप में राजस्थान के लगभग सभी जिलों से आए कलाकारों ने जो पेंटिंग्स बनाई उनकी एग्जीबिशन लगाई गई है.
अमित हारित ने बताया कि 28 जून तक चलने वाली इस आर्ट एग्जीबिशन में राजस्थान के संभावनाशील कलाकारों में सुमन जोशी, अजय दर्शन सिंह, लालचंद कांवलिया, श्रीकृष्ण महर्षि, रामखिलाडी सैनी, वीरेंद्र प्रताप सिंह, रानू राज, नवीन स्वामी, कृष्ण कुंडारा, विजय कुमावत, सुरेन्द्र सिंह, दिलीप डामोर, महेश कुमावत, विकास मीणा, किर्ति सिंह, शिखा कुमारी, करुणा, अनुप्रिया राजावत, वर्षा झाला, सतवीर सिंह, दुर्षित भास्कर, मनीष सैनी, विकास मीना, निधि पालीवाल, सुनील जांगिड़, इरा टाक, मनीष सोनी, अमर प्रजापत, सूरज सोनी, कुमुदनी भरावा,अजय मिश्रा, हनुमान सिंह, दिव्या चौहान आदि कलाकारो के चित्र एग्जीबिट किए गए हैं.
इस एग्जीबिशन में जयपुर की आर्टिस्ट रानू राज की पेंटिंग प्राचीन धरोहरों और विरासत पर आधारित है, जो विकास के नाम पर फीकी पड़ती जा रही है. निधि पालीवाल ने अपनी पेंटिंग में इंसान के इमोशंस, सोश्यल, पॉलिटिकल कॉम्प्लेक्स को दर्शाया है. अनुप्रिया राजावत ने कंकाल के जरिए ह्रदय की उदासीनता को दिखाया है.विजय कुमावत ने रणथंभोर के बाघ को अपने चित्र में उकेरा है. बांसवाड़ा की सुमन जोशी ने अपने चित्र में रिक्शा के रूप में अपने अतीत के कुछ हिस्सों को सेमीअब्स्ट्रेकशन में बयां किया है.