पर्यटन की दृष्टि से एक आदर्श राज्य है राजस्थान- धर्मेंद्र राठौड़

पर्यटन की दृष्टि से एक आदर्श राज्य है राजस्थान-  धर्मेंद्र राठौड़

अनन्य सोच। राजस्थान अपनी रूरल टूरिज्म पॉलिसी, फिल्म प्रमोशन पॉलिसी जैसी दूरदर्शी पर्यटन नीतियों के साथ देश भर के अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श है. यह पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने वाला पहला राज्य है और अब तक यूडी टैक्स और बिजली छूट जैसे क्षेत्रों में लगभग 1000 होटल भी इससे लाभान्वित हुए हैं. राज्य सरकार ने टूरिज्म डवलपमेंट फंड को भी 1000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए कर दिया है. इसके अतिरिक्त, राज्य में 5 अंतरराष्ट्रीय गोल्फ कोर्स और 5 माईस (MICE) सेंटर भी खुल रहे हैं. यह बात राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आरटीडीसी) के चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने आज राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में राजस्थान डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट (आरडीटीएम) के तीसरे संस्करण के उद्घाटन पर कही. इससे पहले मार्ट का उद्घाटन राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने फीता काटकर किया. आरडीटीएम का आयोजन राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) द्वारा किया जा रहा है. इस वर्ष मार्ट की थीम 'सस्टेनेबल टूरिज्म' है. राजस्थान लघु उद्योग निगम के चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने कहा कि सरकार की पहल के कारण वर्ष 2019 में 187 प्रोजेक्ट्स की तुलना में वर्ष 2022 में 4500 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश और 14856 कमरों वाली 206 नई परियोजनाएं पंजीकृत की गई हैं. वर्ष 2021 के दौरान 2.20 करोड़ की तुलना में वर्ष 2022 में 10.87 करोड़ पर्यटक राजस्थान आए. एक वर्ष में पर्यटकों की संख्या में 8 करोड़ की वृद्धि कांग्रेस सरकार की बड़ी उपलब्धि है.

प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन गायत्री राठौड़ ने कहा उद्योग लाभ के दायरे में अधिकतम संख्या में पर्यटन इकाइयों को शामिल करने का प्रयास किया है. एफएचटीआर के अध्यक्ष अपूर्व कुमार ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे राज्य की मूर्त और अमूर्त विरासत को संरक्षित करने की भी सख्त जरूरत है और यही कारण है कि इस वर्ष मार्ट की थीम उपयुक्त रूप से सस्टेनेबल टूरिज्म रखी गई है.