Rajasthani film: राजस्थानी फिल्म “कर्ज रो फंदों लोन” 31 अक्टूबर को स्टेज राजस्थानी पर होगी रिलीज

Rajasthani film: राजस्थानी फिल्म “कर्ज रो फंदों लोन” 31 अक्टूबर को स्टेज राजस्थानी पर होगी रिलीज

Ananya soch: Rajasthani film "Karz Ro Phandon Loan" will be released on Stage Rajasthani on October 31st

अनन्य सोच। प्रसिद्ध लेखक एवं फिल्मकार धीरज मिश्रा, जिन्होंने हिंदी फिल्म जगत में अपनी अलग पहचान बनाई है, अब पहली बार राजस्थानी भाषा में एक सशक्त सामाजिक संदेश वाली फिल्म लेकर आ रहे हैं — Rajasthani film“कर्ज रो फंदों लोन”.यह फिल्म 31 अक्टूबर को स्टेज राजस्थानी ऐप (Stage Rajasthani App) पर रिलीज होगी. 

धीरज मिश्रा ने कई चर्चित फिल्मों का लेखन और निर्माण किया है। उन्होंने ‘रामायण’ की सीता दीपिका चिखलिया के साथ लोकप्रिय धारावाहिक धरती पुत्र नंदनी का भी निर्माण किया था. इस बार वे जाने-माने वास्तुशास्त्री मनोज जैन के साथ मिलकर इस राजस्थानी फिल्म का निर्माण कर रहे हैं, जिसका लेखन स्वयं धीरज मिश्रा ने किया है. 

फिल्म की कहानी एक आम महिला के जीवन से जुड़ी है, जो “झटपट लोन” के चक्कर में एक ऐसे जाल में फँस जाती है जहाँ से निकलना उसके लिए असंभव हो जाता है. लोन की आसान प्रक्रिया के पीछे छिपी आर्थिक और मानसिक त्रासदी को यह फिल्म बड़ी संवेदनशीलता से दर्शाती है. धीरज मिश्रा के अनुसार, इस कहानी का विचार उन्हें तब आया जब उन्होंने एक समाचार पत्र में एक ऐसी महिला की सच्ची घटना पढ़ी थी जो इसी तरह के कर्ज के फंदे में फँस गई थी. 

फिल्म का निर्देशन राजा रणदीप गिरी ने किया है तथा इसकी पूरी शूटिंग जयपुर और आसपास के क्षेत्रों में हुई है. लगभग एक घंटे की अवधि वाली यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक चेतना का संदेश भी देती है. 

कलाकार दलपत मालवीय, शेफाली, राणा, रेनु सेठ और विवान इसमें प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे. फिल्म का निर्माण महाप्रज्ञ क्रिएशन के बैनर तले किया गया है. 

धीरज मिश्रा बताते हैं कि उनका लालन-पालन झरिया में हुआ है, जहाँ मारवाड़ी समाज की गहरी जड़ें हैं. इसी कारण से उन्हें राजस्थानी भाषा और संस्कृति से विशेष लगाव रहा है, जो इस फिल्म के लेखन और निर्माण में स्पष्ट रूप से झलकता है. 

अंत में उन्होंने स्टेज राजस्थानी टीम का आभार जताते हुए कहा कि यह मंच राजस्थानी भाषा और संस्कृति के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है. “कर्ज रो फंदों लोन” न केवल एक फिल्म है, बल्कि यह समाज में बढ़ते कर्ज के जाल और उसके दुष्परिणामों पर सोचने के लिए प्रेरित करने वाला सशक्त संदेश भी है.