बम रसिया, भपंग और फूलों की होरी से खिले ब्रज होरी के रंग

54 कलाकारों के मिलकर बरसाए मनों फूलों की बीच खिला राधा-कृष्ण का मनोहारी रूप रविवार को रवीन्द्र मंच पर पूर्वांचल के सो कलाकारों ने प्रस्तुत किया कार्यक्रम ब्रज होरी

बम रसिया, भपंग और फूलों की होरी से खिले ब्रज होरी के रंग

अनन्य सोच, जयपुर। ब्रज सुर मंडल की ओर से रविवार को रवीन्द्र मंच पर 35वां ब्रज होरी कार्यक्रम आयोजित किया गया। कोरोना की पाबंदियों के कारण शहर में हर साल होने वाले इस समारोह की परंपरा टूट गई थी, उसी को फिर से जोड़ने के ब्रज सुर मंडल ने इस साल फिर से इस समारोह की शुरूआत की।

ब्रज संस्कृति के रंग में रंगा यह कार्यक्रम करीब तीन घंटे तक चला जिसे बड़ी संख्या में आए पूर्वांचल के लोगों सहित शहर के लोगों ने देखा और हर अच्छी प्रस्तुति पर कलाकारों की जमकर हौसला अफजाई की। एक के बाद एक हुए कार्यक्रम में कभी ब्रज के मस्ती भरे गीत, कभी वहां के मनमोहक नृत्यों तो कभी फूलों की होरी से छलके ब्रज की अल्हड़ संस्कृति ने वहां मौजूद लोगों को अपने मोहपाश में बांध लिया।
कार्यक्रम में पूर्वाचल के लगभग 100 लोक कलाकार रसिया, लांगुरिया, चरकुला, मयूर नृत्य, बम रसिया, फूलों की होरी, कृष्ण लीला एवं ब्रज संस्कृति के रंग में रंगी अनेक प्रस्तुतियों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।

कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि न्यायाधिपति सुदेश बंसल, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मुख्य सचिव अरुण कुमार और सचिव डॉ. पुष्पेन्द्र पाल सिंह ने कृष्ण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। इसके बाद जाने-माने गायक राधा बल्लभ सरस ब्रजवासी ने वंदना प्रस्तुत की, बिशनसिंह गुर्जर ने लांगुरिया नृत्य किया, मनीषा गुलयानी के निर्देशन में कलाकारों ने कथक आधारित कृष्ण लीला की मन मोहक प्रस्तुति दी, अशोक शर्मा और साथी कलाकारों ने मयूर नृत्य और ब्रज की लट्ठमार होली प्रस्तुत की, हरिकिशन सैनी ने बम रसिया, होशियार सिंह नैनू ने चरकुला, राधा बल्लभ सरस ब्रजवासी और साथी कलाकारों ने कृष्ण लीला, उमर फारूख एवं साथियों ने भपंग वादन और होशियार सिंह नैनू ने बम नृत्य किया तो लोग वाह वाह कर उठे। इस मौके पर शिवराम गुर्जर ने अपने मुंह और नाक से अनेक वाद्यों की लय-ताल प्रस्तुत कर श्रोताओं का दिल जीत लिया।

समारोह की अंतिम  प्रस्तुति ऐसी थी मानों ब्रज का पूरा एक खंड मंच पर उतर आया हो। विभिन्न प्रस्तुतियों में शामिल 54 कलाकारों ने एक साथ मंच पर आकर एक सुर और एक लय पर फूलों की होली के जरिए भगवान श्री राधा कृष्ण के महारास को जीवंत कर दिया।

इस मौके पर कलाकार होशियार सिंह नैनू और ब्रज सुर मंडल के वरिष्ठ कार्यकता और संस्कृति प्रेमी खेम कुमावत का ब्रज सुर मंडल के अध्यक्ष, मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथियों द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन मनीषा गुलयानी और भूपेंद्र भरतपुरी ने किया।