थ्रिलर- सस्पेंस मूवी करना पसंद- तुषार

आदमी के अंदर एक मारीच छिपा होता है

थ्रिलर- सस्पेंस मूवी करना पसंद- तुषार

अविनाश पाराशर

अनन्य सोच, जयपुर। फिल्म अभिनेता तुषार कपूर कहते हैं कि हम सबके अंदर एक मारीच है,जिसे हम देख नहीं सकते हैं इसलिए लोगों को पहचानना बहुत मुश्किल होता है। कौन क्या करके आया है और उसका अतीत क्या है, यह जानना बहुत मुश्किल है। हमने  इस फिल्म का टाइटल रामायण से लिया  है।  कपूर मंगलवार को राजा पार्क स्थित रमाडा होटल में मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने कहां मुझे थ्रिलर- सस्पेंस मूवी  करना पसंद है। इसलिए मैंने कुछ सालों के लिए फिल्मों से दूरियां बना ली थी। वही फिल्म के बारे में बोला की मारीच त्रेता युग का एक महत्वपूर्ण खलनायक था । वह  ताड़का का पुत्र था और रिश्ते में रावण का मामा था। मारीच ने सोने के हिरण का रूप धरकर सीता के अपहरण में रावण की मदद की थी। एक तरह से सीता का मन मोहकर राम के साथ मारीच ने छल किया था। हमारी फिल्म की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। रहस्य और अप्रत्याशित घटनाओं के साथ यह एक अत्यंत रोमांचकारी कहानी है। इसमें रहस्य और सस्पेंस भरा है जो इस थ्रिलर को अन्य कहानियों से अलग बनाता है। मैं अपने को बहुत भाग्यशाली महसूस करता हूँ कि मुझे मारीच जैसे विषय पर फिल्म बनाने और इसमें अभिनय करने का अवसर मिला है। तुषार कपूर ने बताया कि उन्हें इस मौके पर बहुत प्रसन्नता हो रही है और लंबे समय बाद स्क्रीन पर कमबैक करना अच्छा लग रहा है। "गोलमाल अगेन" के बाद काफी समय से मैं एक अच्छी स्क्रिप्ट की तलाश में था जिसमें मुझे कुछ अलग करने को मिले। मुझे लगता है मारीच में पुलिस ऑफिसर राजीव दीक्षित की भूमिका में वे सारी बातें हैं जिन्हें में करना चाह रहा था। वे कहते हैं "फिल्म में मैं एक तेज तर्रार पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रहा हूँ जिसे एक जटिल और दोहरे हत्याकांड को सुलझाने का मिशन मिला है। इस फिल्म ने मुझे एक एक्टर के रूप में कई स्तरों पर चुनौती दी है क्योंकि यह उस काम से बहुत अलग है जिससे मैं अब तक  जुड़ा रहा  हूं। मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को मेरा ये नया रूप पसंद आएगा। यह फिल्म कई वजहों से मेरे दिल के बेहद करीब है। एक निर्माता के रूप में लक्ष्मी के बाद यह मेरी दूसरी फिल्म है और मैं काफी लंबे अरसे के बाद नसीरुद्दीन शाह के साथ एक बार फिर काम कर रहा हूँ। नसीरुद्दीन शाह के साथ काम करने के दौरान उनको काफी कुछ सीखने को भी मिला है। हमने अपने बैनर तुषार एंटरटेनमेंट पर "लक्ष्मी" के समय ही पाँच फिल्मों के निर्माण की घोषणा की थी लेकिन अचानक कोविड महामारी के आ जाने से फिल्में शुरू नहीं कर पाए, अब थोड़ा माहौल ठीक हुआ तो हमने मारीच का निर्माण किया है। बाकी फ़िल्में भी जल्द ही शुरू करेंगें। खुशी की बात है कि अब लोग फिर से सिनेमाघर जाना पसंद कर रहे हैं। मैं यह नहीं कहता कि सभी  फिल्में सफल ही होंगी लेकिन एक निर्माता और अभिनेता के तौर पर मेरी कोशिश एक अच्छा सिनेमा बनाने की रहेगी। 

अभिनेत्री सीरत कपूर की यह पहली फिल्म है और प्रमोशन के दौरान वे काफी खुश दिखाई दे रही हैं। उनका कहना है कि फिल्मी दुनिया में शुरुआत के लिए मुझे इससे अच्छा अवसर नहीं मिल सकता था। मैं खुद को लक्की महसूस कर रही हूँ। नौ दिसंबर को रिलीज हो रही इस फिल्म का निर्देशन ध्रुव लाठर ने किया है जो उनकी पहली फिल्म है। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह एक कैथोलिक पादरी के अवतार में दिखाई देंगे। इस कहानी में अभिनेत्री अनीता हसनन्दानी भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। तुषार कपूर और अनीता हसनन्दानी लगभग दो दशक बाद साथ काम कर रहे हैं। दोनों इससे पहले 2003 में फिल्म "कुछ तो है" व "ये दिल" में काम कर चुके हैं।