Manipal University Jaipur: मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर में पदार्थ विज्ञान और कम्प्यूटेशनल तकनीकों में अभिनव प्रगति पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (RAMSACT-2024) का उद्घाटन
Ananya: Manipal University Jaipur
अनन्य सोच। Manipal University Jaipur: पदार्थ विज्ञान और कम्प्यूटेशनल तकनीकों में हालिया प्रगति पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (RAMSACT-2024) के चौथे संस्करण का उद्घाटन मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर (Manipal University Jaipur) में डॉ. एन. कलैसेलवी, महानिदेशक, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, द्वारा किया गया. इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का लक्ष्य प्रख्यात शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं को एक साथ लाना है. आगंतुक विद्वान बहुकार्यात्मक सामग्रियों और कम्प्यूटेशनल तकनीकों के सभी पहलुओं पर अपने अनुभवों और शोध निष्कर्षों का आदान-प्रदान करेंगे। उद्घाटन समारोह का आरम्भ दीप प्रज्वलन से हुआ.
डीन, विज्ञान संकाय प्रो. ललिता लेडवानी ने सभी प्रतिनिधियों और अतिथियों का स्वागत किया. उन्होंने रामसेतु के साथ RAMSACT की सादृश्यता का उल्लेख करते हुए कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न विषयों के बीच अंतर को पाटना भी है. प्रो-प्रेसिडेंट प्रोफेसर जे. जांगिड़ ने पदार्थों की मजबूती के बारे में बात की. उन्होंने नौसेना और वायुसेना में अपने अनुभव साझा किए जहां उन्होंने रक्षा प्रणालियों में महत्वपूर्ण रूप से उपयोग की जाने वाली विभिन्न सामग्रियों की भूमिका पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जी.के. प्रभु ने कहा कि पदार्थ हमारी दुनिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने विद्वानों और छात्रों को विभिन्न डोमेन के बीच नेटवर्किंग का रास्ता अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया. समारोह के मुख्य अतिथि का परिचय संयोजक डॉ. सौरभ श्रीवास्तव ने दिया। कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉ. एन कलैसेलवी ने कहा कि पदार्थों के बिना जीवन असंभव है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक विज्ञान भी हमारे जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत विश्व गुरु बनने जा रहा है। अमृत काल और आत्मनिर्भर भारत के बारे में बात करते हुए उन्होंने छात्रों और विद्वानों से अनुसंधान और नवाचार के रास्ते पर आने वाले शानदार अवसरों को न चूकने का आग्रह किया. धन्यवाद ज्ञापन डा पूजा शर्मा ने प्रस्तुत किया.आयोजन के उद्घाटन समारोह के दौरान सम्मेलन के अन्य संयोजक डॉ. अनामिका जैन, डॉ. मौसमी देबनाथ और डॉ. मनीषा शर्मा और विभिन्न विभागों के प्रमुख भी उपस्थित थे.
इसके अलावा इस तीन दिवसीय आयोजन में देश-विदेश के अनेक विशेषज्ञ वैज्ञानिक विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. इसमें पूर्ण, मुख्य भाषण, आमंत्रित वार्ता और मौखिक और पोस्टर सत्र होंगे। पदार्थ विज्ञान और कम्प्यूटेशनल तकनीकों के प्रमुख क्षेत्रों को कवर करने वाले कुल पांच ट्रैक चुने गए हैं, जिनके अनुरूप कार्यक्रम के दौरान मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियां होंगी.
मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के विज्ञान संकाय का यह प्रमुख कार्यक्रम शोधकर्ताओं, चिकित्सकों और शिक्षकों के लिए नवीनतम नवाचारों, रुझानों और चिंताओं के साथ-साथ सामने आने वाली व्यावहारिक चुनौतियों और क्षेत्रों में अपनाए गए समाधानों को प्रस्तुत करने और चर्चा करने के लिए एक प्रमुख अन्तःविषयी मंच होगा.