होली पर भद्रा: रात्रि 11:28 से रात्रि 12:15 बजे के मध्य होगा होलिका दहन

Ananya soch: Bhadra on Holi: Holika Dahan will happen between 11:28 pm to 12:15 pm
अनन्य सोच । holika dahan news 2028: होलिका दहन में इस बार भद्रा का साया रहेगा। दिन भर भद्रा रहेगी। ऐसे में गुरुवार को भद्रा निशीथ (अद्र्धरात्रि) समय 12:36 बजे से पूर्व ही समाप्त हो रही है. इसलिए भद्रा के बाद रात्रि 11:28 से रात्रि 12:15 बजे के मध्य होलिका दहन करना शास्त्र सम्मत होगा.
ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि होलिका दहन फाल्गुन शुक्ल की प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा को भद्रा रहित करना शास्त्रोक्त बताया गया है. फाल्गुन पूर्णिमा गुरुवार,13 मार्च को सुबह 10:36 बजे से पूर्णिमा प्रारंभ होगी, जो कि अगले दिन 14 मार्च, शुक्रवार को दोपहर के 12:25 तक रहेगी.इसलिए प्रदोष काल में पूर्णिमा केवल 13 मार्च, गुरुवार को ही रहने से होली पर्व इसी दिन मनाया जाएगा.शास्त्रानुसार होलिका दहन में भद्रा यदि निशीथ समय अर्थात अद्र्धरात्रि के समय से पहले समाप्त हो जाती है तो भद्रा समाप्ति पर ही होलिकादहन करना चाहिए.इस वर्ष भद्रा भूमिलोक (नैऋत्य कोण) की होगी, जो कि सर्वथा त्याज्य है. 13 मार्च को भद्रा भूमिलोक (नैऋत्य कोण) सुबह 10:36 से प्रारंभ होकर मध्यरात्रि 11:27 तक रहेगी. इसीलिए होलिका दहन इसके बाद ही होगा. आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में रात्रि 11:31 बजे गोकाष्ठ से होलिका दहन किया जाएगा. मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में संतों-महंतों की उपस्थिति में होलिका दहन होगा. सेवाधारी मानस गोस्वामी ने बताया कि रात्रि 11 बजे मंदिर में गणपत्यादि देवों का पूजन-अर्चन और हवन होगा. ठीक 11:31 पर होलिका दहन किया जाएगा। इसके बाद आम जन होली ले जाकर अपने चौराहों, मोहल्लों में होलिका दहन करेंगे। सुबह दस बजे आम जन होली का पूजन कर सकेंगे.