तेजाजी-रामदेवजी मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु-लगाया कांसे का भोग

लोक देवता तेजाजी महाराज और बाबा रामदेव की जयंती सोमवार को भक्तिभाव के साथ मनाई गई।

जयपुर। एक दर्जन से अधिक स्थानों पर भरे मेलों में हजारों जातरुओं ने ढोक देकर भोग लगाया। सुबह से देर रात तक तेजाजी और रामदेवजी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। तेजाजी और बाबा रामदेव के दर्शन कर ज्योत ली।  खीर, पूड़ी, पुआ, नारियल, पताशे का भोग लगाकर जहरीले जीव जंतुओं से रक्षा करने की प्रार्थना की। कई लोगों ने घरों पर ही ज्योत ली और खीर, पुए-पुड़ी का भोग लगाया। नाहरी का नाका स्थित बाबा रामदेव मंदिर में महंत ने अभिषेक कर मनोहरी शृंगार किया। बाबा को दाल, बाटी, चूरमा का भोग लगाया गया। वीटी रोड मानसरोवर के वीर तेजाजी मंदिर में आयोजित मेले में हजारों भक्तों ने हाजिरी दी। सोडाला स्थित पुराने तेजाजी मंदिर में तेजाजी का मेला भरा।  लूनियावास स्थित वीर तेजाजी धाम में  तेजा बाबा की ज्योत प्रज्जवलित कर भजनों से बाबा को रिझाया। खीर, पुए, पुड़ी, कच्चा नारियल का भोग लगाया। श्रद्धालुओं ने अनाज और नारियल भेंट कर मनौति मांगी। टोंक रोड के प्रहलादपुरा स्थित वीर तेजाजी मंदिर में श्रद्धालुओं ने प्रसाद चढ़ाकर सुख-समृद्धि की कामना की।  हाथोज ग्राम  स्थित वीर तेजाजी मंदिर में दो दिवसीय तेजा दशमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। प्रथम दिवस  बिंदोरी निकाली गई और रात्रि जागरण किया गया। हनुमान मावलिया, हरफूल सारण, तेजाजी मंदिर के पुजारी कानाराम योगी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। तेजाजी महाराज की महा आरती कर प्रसादी वितरित की गई। बरकत नगर, गोनेर रोड, मुरलीपुरा, हसनपुरा, मुहाना, सांगानेर, सांगासेतू रोड, बंबाला पुलिया, आदर्शनगर सहित अन्य जगहों पर भी तेजाजी जयंती भक्तिभाव के साथ मनाई गई। कोरोना महामारी के दो साल बाद भरे मेलों में श्रद्धालु उमड़ पड़े।