Six Thinking Hats Group painting exhibition: ग्रुप पेंटिंग एग्जीबिशन ‘सिक्स थिंकिंग हैट्स’ शुरू

Thinking Hats Group painting exhibition: रोजमर्रा के जीवन, मनुष्य की प्रक्रिया और जीवन के बदलते स्वरुप को कैनवास पर उकेरा गया. मौका था रामगढ मोड स्थित आईसीए गैलरी द्वारा 'सिक्स थिंकिंग हैट्स' पेंटिंग और आर्ट ग्रुप एग्जीबिशन के आयोजन का. शुक्रवार से शुरू हुई इस पांच दिवसीय आर्ट एग्जीबिशन में जयपुर सहित बिहार, पुणे और वड़ोदरा के आर्टिस्ट्स ने अपना आर्ट वर्क प्रदर्शन किया. 6 आर्टिस्ट्स की ओर से हुई इस समूह प्रदर्शनी में जयपुर से यूनुस खिमानी और अदिति अग्रवाल, बिहार से रवि ठाकुर, पुणे से स्मृति जोशी और मनोज दरेकर, वड़ोदरा से रुत्विक मेहता ने हिस्सा लिया.

Six Thinking Hats Group painting exhibition:  ग्रुप पेंटिंग  एग्जीबिशन ‘सिक्स थिंकिंग हैट्स’ शुरू

Ananya soch: Thinking Hats Group painting exhibition

 जयपुर, पुणे, बिहार और वडोदरा से आए आर्टिस्ट का आर्ट संग्रह किया गया डिस्प्ले

जीवन की रोज़मर्रा और मानव प्रकृति को कैनवास पर दर्शाया 

अनन्य सोच। Group painting exhibition: रामगढ मोड स्थित आईसीए गैलरी की ओर से 'सिक्स थिंकिंग हैट्स' पेंटिंग और आर्ट ग्रुप एग्जीबिशन शुक्रवार से शुरू हुई. इस पांच दिवसीय आर्ट एग्जीबिशन की मुख्य अतिथि के तौर पर भारत की पहली महिला सरपंच और मोटिवेशनल स्पीकर छवि राजावत और मंगलम प्लस मेडिसिटी की डायरेक्टर नेहा गुप्ता ने दीप प्रज्जवलन कर प्रदर्शनी की शुरुआत की. आर्टिस्ट यूनुस खिमानी ने अपने कलेक्शन की 6 कलाकृतियां शोकेस की, जिसमें उनका आर्ट वर्क कैलीग्राफी ड्रॉइंग्स की ओर केंद्रित रहा. वहीं सकल्पटर रुत्विक मेहता ने अपनी दो सकल्पचर्स शोकेस किए. ब्रास धातु पर तैयार किए गए दोनों आर्ट पीस का थीम फाइटिंग बैल और विंडो रहा.

साथ ही मैडिटेशन और योग को ऐक्रेलिक रंगों से पेंटिंग में दर्शाया गया जहां आर्टिस्ट अदिति अग्रवाल ने मिक्स मीडियम पर ठनका को थीम रखते हुए योग की कई मुद्राएं दर्शाई गई.

 स्मृति जोशी की कला के 
माध्यम से इंसान के जीवन में आने वाले मटेरियल और ऑब्जेक्ट्स से पड़ने वाले जीवन में बदलावों और प्रभावों को कैनवास पर दिखाया.


आर्टिस्ट मनोज दरेकर ने रोज़ मिलने वाले चेहरों उसका जो जीवन में प्रभाव पढ़ता है उसे दिमाग़ में रखते हुए कंटेम्पररी आकृतियाँ तैयार की है जिसके लिए नेचुरल स्टोन कलर्स का इस्तेमाल किया गया है.


अपने इर्द-गिर्द के माहौल पढ़ कर उससे निकलने वाले मनोभावों को आर्टिस्ट रवि ठाकुर ने अपनी पेंटिंग्स में डिस्प्ले किया. एग्ज़ीबीशन में 40 पेंटिंग्स और दो स्कल्पचर्स को शोकेस किया गया.