शत्रुबोध’ पर होगा जयपुर डायलॉग 2025

बुद्धिजीवियों का महाकुंभ बनेगा होटल क्लार्क आमेर 7 से 9 नवंबर तक राष्ट्रीय सुरक्षा, सनातन सभ्यता, नैतिकता और नीति निर्माण पर होगा गहन मंथन

शत्रुबोध’ पर होगा जयपुर डायलॉग 2025

 Ananya soch: Jaipur Dialogue 2025 will be held on 'Shatrubodh'

अनन्य सोच। Jaipur Dialogue 2025: जयपुर डायलॉग इस वर्ष “शत्रुबोध” थीम पर तीन दिवसीय महा-संगोष्ठी आयोजित कर रहा है. यह आयोजन 7 से 9 नवंबर तक होटल क्लार्क आमेर, जयपुर में होगा, जिसमें देश-विदेश के प्रखर बुद्धिजीवी, नीति-विशेषज्ञ, सैन्य अधिकारी, पत्रकार और इतिहासकार एकत्र होंगे. 

जयपुर डायलॉग के चेयरपर्सन संजय दीक्षित ने बताया कि इस वर्ष का विषय “शत्रुबोध” भारतीय सभ्यता, सांस्कृतिक संघर्षों और राष्ट्र की सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत प्रासंगिक है. इस मंच पर विचारों की स्वतंत्रता के साथ उदारवाद के बजाय राष्ट्रवाद के मूल्यों पर चर्चा होगी. आयोजन में भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, सनातन सभ्यता, नैतिकता, इतिहास और नीति निर्माण पर गहन विचार-विमर्श होगा. 

कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, प्रख्यात इतिहासवेत्ता और सांसद डॉ. मीनाक्षी जैन सहित कई प्रतिष्ठित वक्ता विचार साझा करेंगे. इसके अलावा अभिजीत चावड़ा, आनंद रंगनाथन, मेजर गौरव आर्य, लेफ्टिनेंट जनरल डी.पी. पांडे, कर्नल आर.एस.एन. सिंह, कपिल मिश्रा, ओमेंद्र रतनू, राज वेदाम, विभूति झा जैसे ख्यात नाम भी उपस्थित रहेंगे. 

जयपुर डायलॉग की यात्रा 2016 में केवल 10 वक्ताओं से आरंभ हुई थी. वर्ष 2017 में “एकता के तत्व भारत में विभाजन”, 2019 में “राष्ट्रीय नीति की सांस्कृतिक बुनियाद” और 2023 में “भारत चौराहे पर” जैसे विमर्शों ने इसे राष्ट्रीय पहचान दिलाई.

वर्ष 2024 में जयपुर डायलॉग ने “री-क्लाइंबिंग भारत” शीर्षक से ग्रैंड समिट आयोजित किया था, जबकि 2025 में महाराष्ट्र के पुणे में डेक्कन समिट के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. “सेफ है तो सेफ है” थीम पर हुई इस संगोष्ठी में 25 वक्ताओं और 600 से अधिक प्रतिभागियों ने सनातन संस्कृति के संरक्षण और पुनर्जागरण पर विचार व्यक्त किए.