जयरंगम–2025: रंगमंच, संगीत और संवाद का चार दिवसीय उत्सव, मकरंद देशपांडे के ‘आइंस्टीन’ से होगा शुभारंभ

जयरंगम–2025: रंगमंच, संगीत और संवाद का चार दिवसीय उत्सव, मकरंद देशपांडे के ‘आइंस्टीन’ से होगा शुभारंभ

Ananya soch: Jayarangam-2025: A four-day festival of theatre, music, and dialogue, will begin with Makarand Deshpande's 'Einstein'

अनन्य सोच। जवाहर कला केंद्र में 18 से 21 दिसंबर तक आयोजित होने वाला जयरंगम–2025 अपने 14वें वर्ष में रंगमंच प्रेमियों के लिए कला, संगीत और विचारों का जीवंत मंच सजाने जा रहा है। थ्री एम डॉट बैंड्स थिएटर फैमिली सोसाइटी, कला एवं संस्कृति विभाग राजस्थान तथा जवाहर कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में कुल 11 नाट्य प्रस्तुतियां होंगी. हास्य, सामाजिक सरोकार, प्रकृति, मानवीय संवेदनाएं, महिला मन के भाव और भारतीय सेना की वीरगाथा जैसे विविध विषयों को नाटकों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा. युवा रंगकर्मियों को मंच देने के उद्देश्य से शुरू किए गए स्पॉटलाइट सेगमेंट में इस वर्ष 6 नाटकों का मंचन प्रस्तावित है. 

महोत्सव का शुभारंभ 18 दिसंबर को कृष्णायन सभागार में दोपहर 12 बजे बच्चों के लिए मकरंद देशपांडे के चर्चित नाटक ‘आइंस्टीन’ से होगा. इसी दिन रंगमंच और सिनेमा पर आधारित विशेष टॉक शो तथा समीना जेहरा का नाटक ‘द गिरमिट’ भी प्रस्तुत किया जाएगा. 

19 दिसंबर को ‘माजुली’, ‘गरम रोटी’ और ‘ढाई आखर प्रेम का’ जैसे नाटक दर्शकों से संवाद करेंगे, वहीं शास्त्रीय और लोक संगीत का संगम राग–मद प्रस्तुति में देखने को मिलेगा. 

20 दिसंबर को हेरिटेज वॉक, प्रयोगधर्मी नाटक ‘डू यू नो दिस सॉन्ग?’ और ‘क्रॉसरोड्स’ जैसे मंचन महोत्सव की विविधता को और समृद्ध करेंगे. 

21 दिसंबर को ‘वेटिंग फॉर नसीर’, शोध-आधारित प्रस्तुति ‘नंगा कपड़ा’, मकरंद देशपांडे का ‘सियाचिन’ और सौरभ नय्यर निर्देशित ‘गोल्डन जुबिली’ के साथ जयरंगम–2025 का भव्य समापन होगा.