रंगरीत आर्ट फेस्टिवल कल से

रंगरीत आर्ट फेस्टिवल कल से

Ananya soch: Rangrit Art Festival

अनन्य सोच। जवाहर कला केन्द्र में पहली बार  रंगों और रूपाकारों का विशाल दस दिवसीय उत्सव आयोजित होने जा रहा है। ‘रंगरीत आर्ट फैस्टिवल’ नामक ये उत्सव जेकेके की ओर से रंगरीत कला संस्थान के सहयोग से वैदिक चित्रकार रामू रामदेव के संयोजन में आयोजित होगा. केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने बताया की इसमें 2 मई से 11 मई तक तरह तरह की चित्र आकृतियों की रचना होगी, प्रदेश के नामी मास्टर्स युवाओं और बच्चों की रंगों की रीति समझाएंगेे और उनके भीतर चित्रकला के संस्कार प्रवाहित करेंगे साथ ही दैनिक कला गोष्ठियों में विभिन्न विषयों पर कलात्मक संवाद भी आयोजित किए जाएंगे. 

मास्टर्स कलाकार करेंगे विभिन्न विषयों पर आधारित चित्रों की रचना

इस दस दिवसीय उत्सव में प्रदेश केे नामी कला गुरु समंदर सिंह खंगारोत ‘सागर’, गोविंद रामदेव, महावीर स्वामी, राम जायसवाल, शैेल चोयल, लक्ष्मी नारायण कुमावत, जग्गू प्रसाद, नरेन्द्र कटारिया, सुमित्रा अहलावत, सुधीर वर्मा, वीरेन्द्र बन्नु, खुश नारायण जांगिड़, कल्याण जोशी, राकेश जांगिड़ और आसाराम मेघवाल सहित दस अन्य युवा कलाकार रामायण, महाभारत, कालिदास की रचनाओं के अलावा वन्यजीव, पर्यावरण, राजस्थान की संस्कृति और पर्व त्योहार पर आधारित मौलिक चित्रों का जेकेके परिसर में उपस्थित रहकर निर्माण करेंगे. 

ये आयोजन भी होंगे खास

इन दस दिनों के दौरान समारोह स्थल पर वरिष्ठ कलाकारों के निर्देशन में बच्चों एवं नवांकुर कलाकारों हेतु विशेष कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, पारंपरिक कलाओं का अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार, नवांकुर कलाकारों में चेतना एवं अभिरुचि जागरण और परंपरा व नवाचार का समन्वय जैसे विषयों पर संवाद, प्रस्तुति और प्रश्नोत्तर के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. महोत्सव समाप्ति के बाद 12 से 18 मई तक केन्द्र की कला दीर्घाओं मे एक विशाल चित्र प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी जिसमें इस महोत्सव में बनी सभी कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी. 

रामदेव बंधुओं की विशेष चित्र प्रदर्शनी

7 मई से केन्द्र की कला दीर्घाओं में चित्रकार गोविंद रामदेव और रामू रामदेव की दुर्गा सप्तशती पर आधारित कलाकृतियों की विशेष चित्र प्रदर्शनी भी देखने योग्य होगी.