नेट थिएट पर रागिनी के रंग जमे

अनन्य सोच, जयपुर। नेट थिएट कार्यक्रमों की श्रंखला में कोलकाता के युवा कलाकार ऋषि प्रीतम बनर्जी ने राग जोग में  बनरा बन आओ प्यार भर लीनो को मध्यम तीन ताल में बड़े सुरीले अंदाज में प्रस्तुत कर दर्शकों की दाद पाई. नेट थिएट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि कलाकार ऋषि देश के सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित अजय चक्रवर्ती की शिष्य हैं और पटियाला घराना से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने राग जोग में पिया तुम बिना मोहे चैन मध्य ले तीन ताल में प्रस्तुत किया और एक ताल में द्रुत तराना  प्रस्तुत कर अपनी गायकी का परिचय दिया. उन्होंने मध्यम तीन ताल में एक ठुमरी अब तुरत लागी मोरी उसके बाद द्रुत तीन ताल में बावरी पिया मोरे मनवा सुना कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया और अंत में राग भैरवी में भवानी दयानी को झप ताल में  यह भजन सुना कर अपने कार्यक्रम को विराम दिया. युवा कलाकार ऋषि ने तानसेन महोत्सव ग्वालियर, आईटीसी संगीत अनुसंधान अकादमी कोलकाता, आईआईटी खड़कपुर, जयपुर संगीत महाविद्यालय  संगीत समारोह, भीमसेन जोशी संगीत समारोह मुंबई और सबरंग संगीत समारोह कोलकाता में अपने कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं. इनके साथ तबले पर स्वप्निल रावल ने असरदार संगत की साथिया हारमोनियम पर पं.राजेंद्र पी.मुखर्जी  ने अपनी संगत से कार्यक्रम को परवान चढ़ाया. कार्यक्रम संयोजक नवल डांगी, प्रकाश एवं कैमरा मनोज स्वामी, मंच सज्जा तपेश, जीवितेश, सागर और नोनू की रही.