सुदेश भौंसले और रोनू मजूमदार 15 अक्टूबर को जयपुर मेें देंगे प्रस्तुति

Sudesh Bhosale and Ronu Majumdar: रोनू मजूूमदार नवाजे जाएंगे ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट’ अवार्ड से सृजन दी स्पार्क के आयोजन में होगा गायन और वादन का अनूठा संगम

सुदेश भौंसले और रोनू मजूमदार 15 अक्टूबर को जयपुर मेें देंगे प्रस्तुति

Ananya soch: Sudesh Bhosale and Ronu Majumdar

अनन्य सोच, जयपुर। Sudesh Bhosale and Ronu Majumdar: बॉलीवुड और शास्त्रीय संगीत जगत के नामी सितारे सुदेश भौंसले (Sudesh Bhosale) और बंशी बजैया पं. रोनू मजूमदार (Ronu Majumdar) रविवार 15 अक्टूबर को जयपुर में प्रस्तुति देंगे. दोनों हस्तियों  का ये कार्यक्रम सृजन दी स्पार्क संस्था के बैनर पर बिड़ला ऑडिटोरियम में शाम 6.30 बजे से आयोजित किया जाएगा. संस्था के चेयरमैन राजेश नवलखा और प्रेसीडेंट सुरेश ढढ्ढा ने बताया कि सुदेश भौंसले को अमिताभ बच्चन की आवाज़ का प्रतीक माना जाता है. उन्होंने अमिताभ बच्चन के लिए कई गाने गाए हैं जिनमें ‘जुम्मा चुम्मा दे दे’ और ‘मेरी मखना मेरी सोनिए’ ‘ओ लाल दुपट्टे वाली तेरा नाम तो बता’ और नाना नाना ना रे गीत प्रमुख हैं। इसके अलावा भी उन्होंने दर्जनों फिल्मों के गीत गाए हैं.

रोनू मजूमदार शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में एक जाना पहचाना नाम है. केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित रोनू मजूमदार को एक जमान में आर.डी. बर्मन पंचम दा के सहयोगी के रूप में भी जाना जाता है. हीरो सहित कई फिल्मों में उनकी बांसुरी ने लोगों का दिल जीता है. संस्था प्रदेश में कई बरसों से उभरती प्रतिभाओं के प्रोत्साहन तथा पुराने विशेषज्ञ कलाकारों के सम्मान के लिए कार्य कर रही है. संस्था की ओर से मशहूर पर्कनिस्ट शिवामणि, तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम शैलेश लोढा, अनूप जलोटा, उषा उत्थप और ग़ज़ल गायक राजकुमार रिज़वी तथा हुसैन बंधुओं सहित अनेक मास्टर्स के कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं. इसके साथ ही संस्था प्रदेश की दर्जनों उभरती प्रतिभाओं के सम्मान के कार्यक्रम भी आयोजित कर चुकी है. सुदेश भौंसले और रोनू मजूमदार की प्रस्तुतियों से पहले प्रदेश उभरते युवा कलाकार अरिहन्त जैन के पियानो वादन का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा. 

-रोनू मजूमदार को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

समारोह के दौरान रोनू मजूमदार को संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस साल के लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा जाएगा. उन्हें सम्मान स्वयरूप पचास हजार की नकद राशि, शॉल, स्मृतिचिन्ह आदि भेंट किए जाएंगे.