Kartik Aaryan is Bollywood's next A-list star: ग्वालियर के साधारण लड़के से बॉलीवुड के ‘नेक्स्ट A-लिस्ट स्टार’ बनने तक की चमकदार यात्रा!

अविनाश। स्ट्रगल, स्टारडम और स्टर्डम—फिल्म चार्ट के अनुसार उभरता हुआ ऐसा सितारा, जो आने वाले वर्षों में A-लिस्ट एक्टर की कतार में सबसे आगे खड़ा दिखेगा

Kartik Aaryan is Bollywood's next A-list star: ग्वालियर के साधारण लड़के से बॉलीवुड के ‘नेक्स्ट A-लिस्ट स्टार’ बनने तक की चमकदार यात्रा!

Ananya soch: Kartik Aaryan: His dazzling journey from a simple boy from Gwalior to Bollywood's 'next A-list star'
 अनन्य सोच। Kartik Aaryan is Bollywood's 'next A-list star': बॉलीवुड में जहां स्टार-किड्स की भरमार और नेपोटिज़्म की बहसें लगातार हावी रहती हैं, वहीं ऐसे सितारे भी हैं जिन्होंने बिना किसी पहचान, पहुंच और फिल्मी बैकग्राउंड के सिर्फ अपने दम पर पहचान बनाई है. इस दौर में कार्तिक आर्यन उन चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं जिन्होंने अपनी मेहनत, निरंतरता और दर्शकों से गहरे जुड़ाव के बल पर खुद को मैस एंटरटेनर्स की पहली पंक्ति का नाम स्थापित कर दिया है. आने वाले वर्षों में ट्रेड एनालिस्ट्स से लेकर फिल्म चार्ट एक्सपर्ट्स तक का मानना है कि कार्तिक वह चेहरा हैं जो जल्द ही बॉलीवुड की A-लिस्ट की स्थायी कुर्सी पर बैठते नजर आएंगे.

संघर्ष से शुरुआत—एक कमरे में 12 लड़कों के साथ रहने से लेकर पहला मोनोलॉग तक

जानकारी के अनुसार 22 नवंबर 1990 को ग्वालियर में डॉक्टर माता–पिता के घर जन्मे कार्तिक का सपना ग्लैमर इंडस्ट्री का था, लेकिन संसाधन सीमित. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान वह मुंबई आए और ऑडिशन के लिए घंटों बसों में यात्रा करते, कई बार क्लासें छोड़ते और कई बार भूख सहकर फैसले बदलते. आर्थिक परिस्थितियाँ भी कठिन थीं, एक ही कमरे में 12 स्ट्रगलर्स के साथ रहना, खाना बनाकर पैसे बचाना और रोज़ रिजेक्शन झेलना. 
उनका टर्निंग पॉइंट बना 2011 का “प्यार का पंचनामा”.पाँच मिनट का मोनोलॉग हिंदी सिनेमा में रिकॉर्ड बना और कार्तिक एक झटके में पूरे देश का ‘यंग क्रश’ बन गए.

चाइल्ड एक्टर अर्विक बैराठी के साथ बॉलीवुड सुपर स्टार कार्तिक आर्यन मस्ती करते हुए.इस दौरान भूल भुलैया के टाइटल सॉंग पर दोनों ने डांस भी किया. 

फिल्म चार्ट पर चढ़ती ग्राफ—हर फिल्म के साथ बढ़ती पकड़

कार्तिक की फिल्मोग्राफी पर यदि फिल्म चार्ट के अनुसार नजर डाली जाए तो साफ़ दिखता है कि उनका ग्राफ लगातार ऊपर बढ़ा है. 

  • आकाश वाणी (2013) – परफॉर्मेंस की तारीफ, बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष

  • कांची (2014) – छोटी भूमिका, लेकिन नोटिसेबल प्रेज़ेंस

  • प्यार का पंचनामा 2 (2015) – 7 मिनट का मोनोलॉग, सुपरहिट

  • सोनू के टीटू की स्वीटी (2018)150 करोड़ क्लब, मैस कनेक्ट का पावरफुल सबूत

  • लुका छुपी (2019) – सेमी अर्बन–मैस हिट

  • धमाका (2021) – इंटेंस किरदार से लैंगिक दायरे का विस्तार

  • भूल भुलैया 2 (2022)180+ करोड़, पोस्ट-पैंडेमिक बॉलीवुड की सबसे बड़ी हिटों में शामिल

  • फ्रेडी (2022) – साइकोलॉजिकल एक्टिंग की नई परत

इन फिल्मों की निरंतर सफलता ने फिल्म चार्ट में यह स्थापित कर दिया कि कार्तिक की फिल्में केवल यूथ ही नहीं, पैन्स इंडिया दर्शकों को आकर्षित करती हैं। यही A-लिस्ट बनने का पहला नियम है—एक्टर की पैठ हर वर्ग तक हो.

क्यों कहा जा रहा है कि कार्तिक बनेंगे नेक्स्ट A-लिस्ट सुपरस्टार?

1. बॉक्स ऑफिस पर भरोसेमंदता (Bankability)

भूल भुलैया 2” जैसी फिल्मों ने दिखा दिया कि कार्तिक एक solo crowd puller हैं। वह फिल्म की सफलता का आधार बन सकते हैं—ये गुण केवल A-लिस्टर्स में देखा जाता है. 

2. Versatility का बढ़ता दायरा

कॉमेडी में कमाल, रोमांस में नेचुरल, और “धमाका–फ्रेडी” जैसी फिल्मों में इंटेंस रेंज…
कार्तिक लगातार अपने अभिनय की सीमाएँ तोड़ते दिख रहे हैं। A-लिस्ट वही बनता है जो लगातार खुद को नए सांचों में ढाले. 

3. फ़ीस में तेज़ उछाल

जानकारी के अनुसार भूल भुलैया 2 के बाद कार्तिक ने अपनी फीस 15–20 करोड़ से बढ़ाकर 35–40 करोड़ कर दी. इंडस्ट्री में ऐसा उछाल केवल उन्हीं अभिनेताओं को मिलता है जिनके भविष्य में सुपरस्टार बनने की संभावना प्रबल हो. 

4. दर्शकों से सीधा कनेक्ट

कार्तिक की असली ताकत है उनका ‘Boy Next Door’ इमेज। वह लोकल, छोटे शहरों, कॉलेज स्टूडेंट्स और फैमिली दर्शकों—सभी से प्राकृतिक रूप से जुड़ते हैं. 

A-लिस्ट वही बनता है जिसका कनेक्शन रियल हो, रिलेटेबल हो.

आने वाले प्रोजेक्ट्स – अगले 5 साल तय करेंगे कार्तिक का A-लिस्ट स्टेटस

ट्रेड के अनुसार आने वाले वर्षों में कार्तिक की लाइनअप दमदार है. 

  • बड़े बैनर की एक एक्शन फिल्म

  • रोमांटिक-ड्रामा जिसकी स्केल बड़ी है

  • एक पैन-इंडिया प्रोजेक्ट की चर्चा तेज

  • भूल भुलैया 3 की तैयारी

यह लाइनअप यह संकेत देती है कि कार्तिक को अब ऐसे प्रोजेक्ट्स मिल रहे हैं जो केवल A-लिस्टर्स को ऑफर होते हैं.

 कार्तिक सिर्फ स्टार नहीं, उभरते हुए ‘सुपरस्टार मैटेरियल’ हैं

ग्वालियर की गलियों से लेकर अंतरराष्ट्रीय रेड कार्पेट्स तक—कार्तिक आर्यन की यात्रा प्रेरणादायक है. 
उनकी सफलता संघर्ष की मिट्टी से निकली है, उनकी छवि भरोसे और मेहनत की है, और उनका टैलेंट लगातार विस्तार में है. 

कार्तिक अगले कुछ वर्षों में निश्चित रूप से बॉलीवुड A-लिस्टर्स की पहली पंक्ति में खड़े होंगे—उनकी रफ्तार, चयन और कनेक्ट दोनों ही सुपरस्टार बनने की बुनियाद मजबूत कर चुके हैं. 

यह सफर जारी है… और आने वाला समय कार्तिक आर्यन को हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े चेहरों में शामिल होते देखने को तैयार है.