डॉ शोभा कोसर के नृत्य व कैवल्य कुमार के गायन से साकार हुआ फेस्टिवल"

डॉ शोभा कोसर के नृत्य व कैवल्य कुमार के गायन से साकार हुआ फेस्टिवल"

Ananya soch

अनन्य सोच। संगीत नाटक अवार्ड से सम्मानित डॉ शोभा कोसर ने अपने लालित्यपूर्ण नृत्य से सभी दर्शकों को भावविभोर किया. साथ ही बेलगाम से आए देश के जाने-माने शास्त्रीय गायक पंडित कैवल्य कुमार ने अपने शास्त्रीय गायन से सभागार में उपस्थित सभी कला प्रेमियों पर अपने गायन की अमिट छाप छोड़ी. मौका था जवाहर कला केंद्र में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम नृत्यम् 2024 का.

अग्रवाल एजुकेशनल कल्चरल एंड वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश की जानी-मानी अस्सी वर्षीय नृत्यांगना डॉ. शोभा कोसर ने अपने नृत्य के सबक से दर्शकों की वाह वही लूटी तथा यह सिद्ध कर दिया की नृत्य के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती.

उन्होंने अपना नृत्य विष्णु वंदना से प्रारंभ किया उसके पश्चात शुद्ध कथक ,भजन और ठुमरी पर भावपूर्ण प्रस्तुति दी.

डॉ शोभा कोसर के साथ तबले पर फतेह सिंह गंगानी ,सारंगी पर अमीरुद्दीन खान , गायन पर माधो प्रसाद ,व सितार पर सलीम कुमार ने संगत की.

उनकी प्रस्तुति से पूर्व बेलगांव से पधारे पंडित कैवल्य कुमार ने शास्त्रीय गायन प्रस्तुत किया. उन्होंने राग गावती प्रस्तुत की और साथ में भजन और ठुमरी का सुंदर प्रस्तुतीकरण किया. कैवल्य कुमार के साथ तबले पर दिनेश खींची व हारमोनियम पर राजेंद्र बनर्जी ने संगत की. यह कार्यक्रम राजस्थान सरकार की कला एवं संस्कृति विभाग तथा प्राचीन कला केंद्र के सहयोग से आयोजित आयोजित किया गया था. कार्यक्रम के अंत में अग्रवाल एजुकेशनल कल्चरल एंड वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ. स्वाति अग्रवाल ने सभी आमंत्रित कलाकारों का आभार व्यक्त किया.