Vidya Balan: जब भगवान कोई रास्ता दिखाता है तो समझो आपने मंज़िल हासिल कर ली - विद्या बालन
Ananya soch:
अनन्य सोच। Vidya Balan: जयपुर में चल रहे जीतो कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन और संगीता लालवानी के बीच हुए संवाद के दौरान अदाकारा ने बताया कि मेरी सिनमा की यात्रा असल में अद्भुत है ये देखते हुए कि मैं फ़िल्मी परिवार से नहीं हूं. मैंने अपने एक्ट्रेस बनने के सपने के बारे में जब अपने परिवार को बताया तो वे मेरे लिए काफ़ी फ़िक्रमंद थे जो कि जायज़ भी था.
सेंट ज़ेवियर में अपनी पढ़ाई पूरी करने के दौरान मुझे शो हम पांच का ऑफ़र आया. जिसके बाद बॉलीवुड की ओर रुख़ करने की कोशिश की मगर कभी जीत कठनाइयों के बिना मिलती है. एक साथ एक दर्जन फ़िल्मों से निकाले जाने के बाद परिणिति जैसी फ़िल्म मिलना ऐसा था मानों भगवान ने हाथ थाम लिया हो. जीवन में थोड़ी ज़िद्दी होना ज़रूरी है वरना मंज़िल बहुत मुश्किल हो जाती है. मुझ में वो ज़िद थी और वो पागलपन की मुझे बॉलीवुड में अपनी जगह बनानी थी और आज 15 साल हो गए.