जेकेके में कला के खुशनुमा रंगों से आबाद रहा कला मेला
आज 15 कलाकारों को किया जाएगा सम्मानित
अनन्य सोच, जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी की ओर से तथा जेकेके की सहभागिता में आयोजित किए जा रहे 23वें कला मेले में मंगलवार को कला की कई नई विधाएं देखने को मिली। यहां लाइव स्कैच, लाइव पेंटिंग, सैंड कास्टिंग को लाइव देखा जाना और जेकेके की आर्ट गैलरीज में पेंटिंग एग्जीबिशंस से कलाप्रेमी रोमांचित हुए। बड़ी संख्या में लोगों ने इन पेंटिंग्स का अवलोकन किया और ललित कला अकादमी द्वारा कलाकारों को मंच प्रदान करने के प्रयास की सराहना की।
राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष लक्ष्मण व्यास ने बताया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रथम कोरोना काल में संवेदनशीलता से राज्य के सभी कलाकारों को सहायता हेतु एकमुश्त राशि प्रदान की थी। यह देश के किसी भी राज्य में कलाकारों के हित में एकमात्र सहायता थी। कलाकारों ने इसका आभार प्रकट करने के लिए जयपुर के स्टेट अवार्डी चारकोल आर्टिस्ट दुर्गेश अटल के नेतृत्व में युवा कलाकारों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का चारकोल स्केच बनाया। कला मेले के समापन समारोह में यह स्केच मुख्यमंत्री को भेंट किया जाएगा।
बिहार के आर्टिस्ट विनोद पंडित द्वारा डोगरा आर्ट का लाइव डेमोंस्ट्रेशन दिया गया। राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष बिनाका मालू और राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व राज्य मंत्री रमेश बोराणा ने कला मेला की विजिट कर यहां प्रदर्शित की जा रही कलाकृतियों का अवलोकन किया। राष्ट्रीय चित्रकला शिविर के समापन के बाद सभी कलाकारों को मंच पर सम्मानित किया गया। विजिटर्स ने यहां देशभर के 10 प्रसिद्ध कलाकारों की लाइव पेंटिंग्स देखी और कला की बारीकियों को करीब से समझा।
कला संयोजक लाखन सिंह जाट ने बताया कि दोपहर को कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए राजस्थानी वैभव व सांस्कृतिक धरोहर विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें 500 से अधिक प्रविष्टियां आईं। इसकी संयोजक डॉ. रीटा प्रताप ने बताया कि 11 कॉलेजों के 110 स्टूडेंट्स ने रंगों के जरिए राज्य की गौरवपूर्ण इतिहास व संस्कृति को साकार किया। इनके पोस्टर्स में राजस्थान के ऐतिहासिक किले व महल, लोक संस्कृति, खान पान, गहनों व रंग—बिरंगी पोशाकों पर आकर्षक पोस्टर बनाए। राजस्थान ललित कला अकादमी के सदस्य डॉ. ज्योति गौतम, डॉ. जे. पी. मीणा, पंकज यादव और गौरीशंकर ने स्टूडेंट्स की कलाकृतियों का अवलोकन किया।
नए अंदाज में पेश किया गया राजस्थानी रूट म्यूजिक—
कल्चरल ईवनिंग में धोरा बॉय्ज बैंड ग्रुप की ओर से राजस्थानी फोक प्रस्तुतियां दी गई। इन्होंने राजस्थानी रूट म्यूजिक को नए अंदाज में पेश किया। ग्रुप के अशोका समर व ऋषिकेश ने 'केसरिया बालम' के साथ अपनी प्रस्तुति की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने झिरमिर बरसे मेघ, धरती धोरां री, बाईसा रा बीरा, माटी के पुतले और तेरी मिट्टी जैसे गीतों की एक से बढ़कर एक परफॉर्मेंस दी। इनमें में रोमन भाटी, विकास कुमावत, ईश्वर राव, कुलदीप सिंह, मोहित योगी व जुबैर खान का बेहतरीन संयोजन देखने को मिला।
समापन समारोह में कलाकारों को किया जाएगा सम्मानित —
कला मेले के अंतिम दिन बुधवार शाम 7 बजे समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। राजस्थान ललित कला अकादमी के सचिव डॉ. रजनीश हर्ष ने जानकारी दी कि इस अवसर पर अकादमी की ओर से चयनित 15 कलाकारों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।