Drama Hind Swaraj: नाटक हिंद स्वराज का मंचन कल
Ananya soch: Drama Hind Swaraj
अनन्य सोच. नाटक हिंद स्वराज का मंचन कल 22 सितम्बर को रवींद्र मंच पर होगा. मंच के 60 साल पूर्ण होने पर हीरक जयंती उत्सव के अवसर पर कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग राजस्थान सरकार एवं रवींद्र मंच, जयपुर की टैगोर थियेटर योजना के अंतर्गत पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन इप्टा जयपुर की ओर से इस नाटक का मंचन मंच के मिनी थियेटर हॉल में होगा. संजय विद्रोही के निर्देशन में होने वाले इस नाटक की मूल रचना मोहनदास करमचंद गांधी की है, जिसका नाट्य रूपांतरण राजेश कुमार ने किया है. नाटक में गांधी जीवन पर व्रत, परस्पर संबंध व गांधी विचारधारा को दिखाया जाएगा. आज के दौर में विचार सबसे बड़ा संकट है को रेखांकित किया जाएगा. स्वतंत्रता का अर्थ सिर्फ सत्ता का परिवर्तन नहीं बल्कि उस जीवन पद्धति का परिवर्तन है जो हम उस शासन के दरमियान देख रहे थे. गांधी इसलिए बार-बार अंग्रेजी सभ्यता हटाने की व उसे छोड़ने की बात करते थे. आज सबसे बड़ा संकट विचार का है , वर्तमान परिवेश में राजनीतिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक विचार ही लुप्त हो रहे हैं. नाटक में यह बताया गया है कि गांधी ने जिस आजाद भारत का सपना हिंद स्वराज में देखा क्या हमने वह आजादी प्राप्त की…..... ? सिर्फ गोरे शासक बदले काले शासक आ गए बस इतनी सी आजादी वर्तमान तक मिली है. मंच के मैनेजर प्रियव्रत सिंह चारण ने बताया कि नाटक में सत्य, अहिंसा, प्रेम, भाईचारा, सद्भावना और सत्याग्रह को रेखांकित किया गया है.