Jaipur Bookmark 2025: जयपुर बुकमार्क 2025: जबर्दस्त लाइन-अप के साथ वापस आ रहा है दक्षिण एशिया का प्रीमियर पब्लिशिंग कॉन्क्लेव

Jaipur Bookmark 2025: जयपुर बुकमार्क 2025: जबर्दस्त लाइन-अप के साथ वापस आ रहा है दक्षिण एशिया का प्रीमियर पब्लिशिंग कॉन्क्लेव

Ananya soch: Jaipur Bookmark 2025

अनन्य soch।  जयपुर बुकमार्क (जेबीएम) 30 जनवरी से 3 फरवरी, 2025 तक जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के साथ-साथ चलने वाला जेबीएम कई तरह के जीवंत विमर्श का केंद्र बनेगा. यह सम्मेलन अनुवाद की ताकत एवं क्षमता को खुलकर सभी के समक्ष रखेगा. साथ ही इस दौरान एक व्यापक राइट्स कैटलॉग भी जारी किया जाएगा, जिसे वार्षिक आधार पर तैयार किया जाता है. इसमें 31 प्रमुख प्रकाशकों द्वारा 10 भारतीय भाषाओं की 51 रचनाओं को शामिल किया गया है. सम्मेलन के दौरान ‘प्रकाशन के क्षेत्र में एआई’, ‘गेम्स के माध्यम से कहानी कहने के नए तरीके’ और ‘बच्चों की पुस्तकों में समावेश की समझ’ जैसे विषय सामने आएंगे. इस क्षेत्र से जुड़े अग्रणी लोग, लेखक, अनुवादक एवं प्रकाशक इस दौरान मंच साझा करते हुए अपने विचार रखेंगे और आपसी गठजोड़ को बढ़ावा देंगे. 

जेबीएम ने रॉयल नॉर्वे एंबेसी को अपना कंट्री पार्टनर बनाने की घोषणा की है. वैश्विक प्रकाशन की दुनिया में अनुवाद की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए राजदूत मे-एलिन स्टेनर ने कहा, ‘एक दशक से भी अधिक समय पहले जयपुर बुकमार्क की शुरुआत से ही नॉर्वे इसके साथ कंट्री पार्टनर के रूप में जुड़ा है. इसके संस्थापक भागीदार के रूप में हमें यह देखकर गर्व हो रहा है कि किस तरह से प्रकाशकों का यह फोरम आगे बढ़ा है. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से इसका एकीकरण भी शानदार है. प्रकाशन उद्योग एवं अनुवाद पर जेबीएम का फोकस साहित्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. हम जेबीएम को शुभकामनाएं देते हैं और 2025 के आयोजन के लिए उत्साहित हैं. 

प्रोग्राम के अहम बिंदु:

इस कॉन्क्लेव की शुरुआत ‘ग्रीन शूट्स ऑफ बिग आइडियाज’ से होगी, जिसमें नोबेल पुरस्कार विजेता एस्थर डुफ्लो उपस्थित रहेंगी. वह बच्चों के लिए अर्थव्यवस्था पर लेखन के बारे में बात करेंगी, जिससे एक समृद्ध चर्चा की नींव पड़ेगी. 

इस साल जेबीएम में तमिल प्रकाशन पर विशेष प्रकाश डाला जाएगा. इसमें तमिल साहित्य की प्रतिष्ठित एवं उभरती आवाजों को समर्पित करते हुए एक सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें इसकी समृद्ध विरासत एवं वैश्विक स्तर पर इसके प्रभाव पर बात होगी. प्रमुख तमिल विद्वान ए. आर. वेंकटचेलापति इस सत्र को संबोधित करेंगे उनके संबोधन के बाद ‘कलाचवदु टर्न्स 30’ के माध्यम से कलाचवदु पब्लिकेशंस के सम्मान में सत्र आयोजित किया जाएगा. इसमें इस पब्लिशिंग हाउस की विरासत एवं वैश्विक स्तर पर इसके प्रभाव पर बात होगी. 

अन्य सत्रों में हार्पर कोलिंस के सीईओ ब्रायन मुरे के साथ ‘स्कैनिंग द होराइजन’, ‘रूट्स एंड द विंग्स’, ‘पुटिया कतरू: द फ्रेश ब्रीज इन तमिल पब्लिशिंग’, ‘पर्सपेक्टिव्स ऑन प्रैक्टिस: ट्रांसलेटर्स इन कन्वर्जेशन’ जैसे सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें दुनियाभर के प्रकाशकों की समृद्ध विरासत एवं बारीकियों पर विमर्श होगा। हम फिल्म निर्माता, उद्यमी और गेम क्रिएटर आनंद गांधी और प्रसिद्ध अभिनेता एवं सह-निर्माता विनय शुक्ला के साथ "न्यू मीडिया - न्यू नैरेटिव स्फीयर्स" सत्र में साहित्यिक दुनिया पर इनके प्रभाव को समझने के लिए कहानियों को नए तरीके से सामने रखने वाले शैसन जैसे गेम्स के बारे में विमर्श करते हुए एक नई दुनिया में कदम रखेंगे.

इनके साथ-साथ ‘बच्चों के लिए प्रकाशन में समावेश’ जैसे विषयों पर चर्चा से युवा पाठकों के लिए विविधता से पूर्ण एवं सहजता से उनकी पहुंच में आ सकने वाले कंटेंट के बारे में तथ्य सामने आएंगे. इससे उन आवाजों को प्रमुखता से सामने आने का मौका मिलेगा, जिनसे इसके आयामों को समझने में मदद मिलेगी.

इंटरनेशनल पब्लिशिंग राउंडटेबल, एडिटर्स राउंडटेबल और रिटेलर्स राउंडटेबल से विभिन्न चुनौतियों को लेकर लोगों को साथ आने का मौका मिलेगा। राइट्स मैनेजर्स की बढ़ती भूमिका से लेकर थ्रिलर्स के प्रकाशन को समझने, हिंदी भाषा की गतिशीलता और पैशन प्रोजेक्ट के प्रकाशन तक जेबीएम 2025 में कई आकर्षक विषयों पर बात होगी.

राइट्स कैटलॉग में भारत में व वैश्विक स्तर पर फिल्म, ओटीटी, ऑडियोबुक एवं ईबुक जैसे विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर राइट्स बेचने या एक्सचेंज करने जैसी संभावनाओं पर बात की गई है. प्रत्येक शीर्षक के बारे में एक कवर थंबनेल, बुक ब्लर्ब, ऑथर/ट्रांसलेटर प्रोफाइल्स, पेजिनेशन एवं मौजूदा राइट्स की स्थिति के साथ विस्तार से बताया गया है, जिससे यह भारतीय साहित्य को वैश्विक बाजार से जोड़ने का अहम माध्यम बनकर सामने आएगा. 

जेबीएम में लोगों को निम्नलिखित सत्रों में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा: 

• ‘पर्सपेक्टिव ऑन प्रैक्टिस: ट्रांसलेटर्स इन कन्वर्जेशन’ – अनुवाद की कला से जुड़े अहम बिंदु
• ‘हाउ डायवर्स इज माय वर्ल्ड? इन्क्लूजिविटी इन चिल्ड्रेन्स पब्लिशिंग’ (कितना विविधतापूर्ण है मेरा विश्व? बच्चों के लिए प्रकाशन में समावेश) – बच्चों के साहित्य में विविधता पर विमर्श
• ‘एआई एंड क्रिएटिविटी: द इमर्जिंग पिक्चर’ (एआई एवं रचनात्मकता: उभरती तस्वीर) – रचनात्मकता पर एआई के कारण पड़ रहे प्रभाव पर विमर्श
• ‘रीडिंग राइट्स: क्रॉसिंग फ्रंटियर्स’ – साहित्यिक अधिकारों की दुनिया में ग्लोबल एक्सचेंज की संभावना पर चर्चा
• ‘थ्रिल्स एंड चिल्स: थ्रिलर्स की पब्लिशिंग एवं मार्केटिंग’ – क्राइम फिक्शन पब्लिशिंग की दुनिया की सैर
• ‘न्यू मीडिया: न्यू नैरेटिव स्फेयर्स’ – कहानी कहने के तरीके पर न्यू मीडिया के प्रभाव को समझना
• ‘पैशन प्रोजेक्ट: बुक्स डिस्टिल्ड विद लव’ – जोश एवं समर्पण से लिखी गई पुस्तकों पर विमर्श
• ‘ए क्रिएटिव किनशिप: लेखक एवं संपादक के बीच संबंध’ – लेखकों एवं संपादकों के बीच के अनूठे संबंधों पर व्यापक विमर्श
• ‘शेड्स इन पब्लिशिंग स्पेक्ट्रम: इंडीज फ्रॉम ब्रिटेन एंड इंडिया’ – ब्रिटेन एवं भारत के स्वतंत्र प्रकाशकों के परस्पर संबंधों पर प्रकाश डालते हुए चर्चा

कॉन्क्लेव का समापन होने तक रिटेलर्स राउंडटेबल, इंडियन लैंग्वेज पब्लिशर्स राउंडटेबल और फेस्टिवल डायरेक्टर्स राउंडटेबल के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा कि इसमें उपस्थित लोग नई जानकारियों एवं नए संपर्कों से लैस होकर जाएं.