रंगमंच की तीन प्रस्तुतियों से सरोबार हुआ रवींद्र मंच
पतंग और पेड़, जोकर और शायरी तीन नाटकों का हुआ सफल मंचन
अनन्य सोच। जयपुर के कला प्रेमियों के लिए रविवार का दिन बेहद खास रहा। रंगमंच कलाकार ओम प्रकाश सैनी लिखित एवं निर्देशित तीन नाटक पतंग और पेड़, जोकर और शायरी का सफल मंचन किया गया। ओम प्रकाश सैनी की परिकल्पना में मंचित नाटक का लेखन निर्देशन के साथ उन्होंने सशक्त अभिनय भी किया। उनके साथ सुनील सोगन, बिजेंद्र सिंह, घनश्याम जांगिड़ जैसे कलाकारों ने मंच पर मुख्य भूमिका निभाई। इन कलाकारों ने अपनी जबरदस्त अभिनय प्रतिभा का प्रदर्शन किया। अपनी अभिनय क्षमता से उन्होंने जमकर दाद लूटी और पूरे नाटक के दौरान दर्शकों को बांधे रखा। नाटक में प्रकाश व्यवस्था, मंच सज्जा विकास सैनी की रही। संगीत संयोजन प्रवीण कुमावत का रहा। नाटक की सहायक निर्देशक अंजली सैनी, मंच सामग्री युग सैनी, अवनी सैनी, मुख सज्जा सुनील सोगन, मंच प्रबंधक विवेक शर्मा और नाटकवाला कला मंच आमेर ने सह सयोजक का जिम्मा संभालकर नाटक को सफल बनाया। नाटक पतंग और पेड़ में पेड़ बचाओ और पेड़ लगाओ का संदेश दिया गया l दूसरी प्रस्तुति बेहरूपिया के मंच से कलाकारों के जीवन की व्यथा को इंगित किया गया। उनके जीवन में भले ही कितने भी दुख हो किन्तु वो दुनिया को हर दम हंसाने का काम करते हैं। नाटक से संदेश दिया गया कि हमें दुखों से इतर हमेशा खुशियों के पल तलाश करते रहना चाहिए है हर पल खुशी से जीना चाहिए l वहीं अंतिम प्रस्तुति रही स्वयं श्रीवास्तव लिखित कविता से प्रेरित शायरी नाटक को कलाकार सम्राट बिजेंद्र सिंह अवाना ने वाचिक अभिनय से बखूबी मंच पर उतारा निर्देशक ओम प्रकाश सैनी ने तीनों प्रस्तुतियों को एक माला में पिरोकर प्रकृति के संग तालमेल बैठाकर जीवन के रंग प्रकृति के संग का संदेश दिया।