Life Time Achievement' Award: रोनू मजूूमदार नवाजे गए ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट’ अवार्ड से

Life Time Achievement' Award: सुदेश भौंसले के सुपर हिट गीतों और रोनू मजूमदार की बांसुरी की मीठी धुन ने संगीत प्रेमियों को कराई सुर, लय और ताल की अनूठी अनुभूति युवा पियानो वादक अरिहन्त जैन ने भी सजाया सुरों का दिलकश आशियाना Sudesh Bhosale: सुदेश भोंसले के डोरे बी बैंड के कलाकारों की बजाई मधुर धुनो से हुई l इसके बाद मुंबई के गौरव वत्स मंच पर आये उन्होंने "गुलाबी आंखे जो तेरी देखीं " सुनाकर माहौल को रुमानी कर दिया. मुंबई से ही आई इंडियन आइडल फीमेल सायरा खान ने "आओ ना गले लगाओ ना" की शोखी से कार्यक्रम को गति दी. इसके बाद सुदेश भोंसले ने मंच पर अपनी तो जैसे तैसे कट जाएगी गीत की धुन पर प्रवेश किया उन्होंने लोगों का बहुत ही आत्मीय अंदाज़ में अभिवादन किया और फिर यही गीत सुनाया. उन्होंने इस गीत की धुन पर दर्शकों के बीच जाकर खूबसूरत नृत्य किया और लोगों को भी नचाया. इसे माहौल उत्सवी हो गया.उन्होंने सारा ज़माना हसीनों का दीवाना गीत को भी मस्ती भरे अंदाज़ में सुनाया.

Life Time Achievement' Award: रोनू मजूूमदार नवाजे गए ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट’ अवार्ड से

Ananya soch: Life Time Achievement

अनन्य सोच, जयपुर। Life Time Achievement' Award: बॉलीवुड और शास्त्रीय संगीत जगत के नामी सितारे सुदेश भौंसले (Sudesh Bhosale) और बंशी बजैया पं. रोनू मजूमदार (ronu Majumdar) ने रविवार को जयपुर केे बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में सुर, लय और ताल के साथ साथ भावों का भी अनूठा मंजर रचकर वहां मौजूद सैकड़ों लोगों को ताल से ताल मिलाकर झूमने को मजबूर कर दिया.

सुदेश भौंसले ने एक ओर जहां उनके गाए सुपर हिट गीतों से संगीत प्रेमियों को अपना मुरीद बनाया वहीं रोनू मजूमदार की बंशी की मीठी तान ने लोगों को सात सुरों के समंदर में जमकर गोते लगवाई.

सुरों की इस महफिल में युवा पियानो वादक अरिहन्त जैन ने भी अपनी सांगीतिक प्रतिभा के बेहतरीन प्रदर्शन से श्रोताओं की खूब दाद बटोरी. मौका था सृजन दी स्पार्क संस्था के बैनर पर आयोजित कार्यक्रम का. इस कार्यक्रम के प्रति लोगों की दिलचस्पी का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके चहेते समय से काफी पहले ही कार्यक्रम स्थल पर आ डटे और तीन घंटे तक सभी प्रस्तुतियों का जमकर लुत्फ उठाया. 

सुदेश भौंसले के गीतों ने जमाया रंग

इस मौके पर सुदेश भौंसले ने अपने मस्तमौला अंदा में अमिताभ बच्चन के लिए गाए कई गाने सुनाए जिनमें ‘जुम्मा चुम्मा दे दे’, ‘मेरी मखना मेरी सोनिए’ ‘ओ लाल दुपट्टे वाली तेरा नाम तो बता’ और ‘नाना नाना ना रे’ गीत प्रमुख हैं। इसके अलावा भी उन्होंने कई चर्चित गीतों से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया. 

रोनू मजूमदार को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड (ronu Majumdar honored with 'Life Time Achievement' Award) 

समारोह के दौरान रोनू मजूमदार को संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस साल के लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया.

उन्हें संस्था के चैयरमेन राजेश नवलखा, प्रेसिडेंट सुरेश ढड्ढा और चीफ पेटर्न प्रसन्न खामेसरा ने सम्मान स्वयरूप पचास हजार की नकद राशि, शॉल, स्मृतिचिन्ह आदि भेंट किए गए. इसके बाद सजी संगीत की महफिल ने रोनू ने बांसुरी पर राग हँसध्वनि की प्रस्तुति दी. इसके बाद उन्होंने उनकी कई फिल्मों के गानों में बजाई बांसुरी के पीस बजाये तो पूरा हाल तालियों से गूंज गया.

इस कड़ी में उनके बजाये कुछ ना कहो कुछ भी ना कहो, याद आ रही है तेरी याद आ रही है और तेरे लिए पलकों की झालर बुनु आदि ऐसे गीत जिन्हे सुनकर लोग झूम उठे. उनका वादन इतना प्राणवान था कि संगीत प्रेमी बार बार अपनी तालियों से उनकी हौसला अफजाई करते रहे. उनके साथ तबले पर जयपुर के महेंद्र शंकर डांगी .ने संगत की. इस मौके पर संस्था के चेयरमैन राजेश नवलखा और प्रेसीडेंट सुरेश ढढ्ढा सहित बड़ी संख्या में सृजन दी स्पार्क के सदस्य और संगीत प्रेमी मौजूद थे.