भाव-भंगिमाओं से दिखे अभिनेता में अभिनय के रंग
नेट थिएट पर मूकाभिनय
अनन्य सोच, जयपुर। नेट थिएट कार्यक्रम की श्रृंखला में दो क़दम संस्था की ओर से अभिनेता नाटक का शानदार प्रदर्शन किया गया, जिसमें अभिनय, लेखन एवं निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी आसिफ शेर अली खान ने भाव भंगिमाओं के माध्यम से अभिनय के अनछुए प्रसंगों को जीवंत कर अपने अभिनय की अमित छाप छोड़ी. नेट थिएट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि माइम रंगमंच की ऐसी विधा है, जिसमे संवाद नहीं होते. अभिनेता अपनी भाव भंगिमाओं से ही कहानी को प्रदर्शित करता है, जिसे मूकाभिनय कहा जाता है. इस नाटक में कलाकार अपने दर्शकों को आत्मिक रूप से तृप्त करने व उसके मनोरंजन के लिए कितने जतन करता है.दर्शक को श्रेष्ठ मान कर उसे प्रसन्न करने के हर संभव प्रयास करता है. इस मूकाभिनय में कलाकार अपने दर्शक को कला रुपी व्यंजन को बना कर परोसता है, भोग लगाने के लिए आमंत्रित करता है, तृप्त कर पंखा झलते हुए उसे आनंद के स्वप्न में ले जाने का सुप्रयास करता है.नाटक अभिनेता में यही दिखाया गया है. कार्यक्रम की उद्घोषणा मनोज स्वामी ने की तथा कार्यक्रम संयोजक नवल डांगी, संगीत संयोजन तपेश शर्मा, कैमरा सागर गढ़वाल और मंच सज्जा जीवितेश शर्मा और अंकित शर्मा नोनू का रहा.