अब बींद-बीनणी की बिंदौरी की धूम, मिट्टी से बनाएंगे गणगौर-ईसर

अब बींद-बीनणी की बिंदौरी की धूम, मिट्टी से बनाएंगे गणगौर-ईसर

Ananya soch: Today there will be the celebration of Bind-Binni's Bindori, Gangaur-Isar will be made from clay

अनन्य सोच।  गणगौर पूजन कर रही महिलाएं शीतला सप्तमी को कुम्हार के चाक से मिट्टी लाकर गणगौर और ईसर बनाएगी. गणगौर बनाने के लिए महिलाएं मिट्टी लाए जाने का गीत गाते हुए कुम्हार के घर जाएगी. अब मिट्टी से बनी गणगौर, ईसर, कानीराम, मालन, रोवां का पूजन किया जाएगा जो कि जो गणगौर तक चलेगा. शाम को गौर बिंदौरी निकाले जाने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा. बास्योड़ा की शाम को राजधानी में हर गली से गाजेबाजे के साथ बिंदौरी निकाली जाएगी. छोटी बच्चियों को बींद-बीनणी बनाया जाएगा। आसपास के लोग वार फेरी करेंगे. गणगौर को पानी पिलाने से लेकर सभी दिनचर्या गीतों के साथ 16 दिन तक चलने वाली पूजा में गणगौर को पानी पिलाने से लेकर दिन भर की सभी दिनचर्या गीतों के साथ निभाई जा रही है. इसी तरह दूब लाने, पानी पिलाने का कार्य भी गीतों के साथ किया जा रहा है. इसके साथ ही सीठना और बधावा के गीत भी गाए जा रहे हैं.