आतंकी घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद का राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन 25 को

आतंकी घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद का राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन 25 को

Ananya soch: Vishwa Hindu Parishad's nationwide protest against the terrorist incident will be held on 25th

अनन्य सोच। विश्व हिंदू परिषद ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुई भीषण आतंकी घटना की निंदा करते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि इस्लामिक जिहादी पाकिस्तान और उसके कश्मीरी स्लीपर सेल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित कर घाटी में पुन: सिर उठाने का दुस्साहस करने वाले मजहबी आतंकवाद का समूल नाश हो. 

विश्व हिन्दू परिषद और बजरंगदल के कार्यकर्ता 25 अप्रेल को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे. विरोध प्रदर्शन को लेकर बुधवार को विहिप की बैठक हुई. 

 विहिप के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा है कि कश्मीर घाटी के पहलगाम में जिस प्रकार यात्रियों की पेंट उतारकर, कलमा पूछ कर और आईडी चेक कर, जब यह सुनिश्चित हो गया कि वे मुस्लिम नहीं है, उनका नरसंहार किया गया, घोर निंदनीय है. इस अमानवीय घटना पर संपूर्ण देश स्तब्ध और आक्रोशित है. यह साफ दिखाई दे रहा है कि 1990 के आतंकवाद के दिनों की वापसी का दुस्साहस हो रहा है. 

पाक का भारत के विरुद्ध युद्ध की घोषणा है हमला:

विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि यह कोई सामान्य आतंकवादी घटना नहीं अपितु, पाकिस्तान का भारत के विरुद्ध खुले युद्ध की घोषणा है. इसका जवाब भारत सरकार को उतनी ही शक्ति से देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आतंकवाद के दिन दुबारा लौटने का और पाकिस्तान का कोई नेता या सैन्य अधिकारी इस तरह के शब्द बोलने की दुस्साहस ना कर सके. डॉ. जैन ने यह भी कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता लेकिन उसका मजहब अवश्य होता है, यह साफ दिखाई देता है. 

देश के मुस्लिम नेताओं ने क्यों साधी चुप्पी:

उन्होंने यह भी कहा कि जब भारत के मुस्लिम नेता इस निर्मम नरसंहार पर क्यों चुप्पी साधे हैं? वे वक्फ एक्ट का झूठा डर दिखाकर तो पूरे देश में अफरा तफरी मचा सकते हैं लेकिन, कश्मीर घाटी में मारे गए इन मासूम हिंदू यात्रियों की हत्या के विरोध में सडक़ पर उतरने का साहस नहीं कर सकते! यह स्थिति अच्छी नहीं है। इसको स्वीकार नहीं किया जा सकता.