महिला कलाकारों ने नृत्य के जरिए किया टैगोर का सजीव चित्रण

महिला कलाकारों ने नृत्य के जरिए किया टैगोर का सजीव चित्रण

अनन्य सोच, जयपुर। रवींद्र मंच के मुख्य सभागार में चल रहे तीन दिवसीय रवींद्र जयंती उत्सव के दूसरे दिन जयपुर घराने का कथक नृत्य से गणेश वंदना एवं नृत्य की प्रस्तुति जयपुर कथक केंद्र की रेखा ठाकुर के निर्देशन में हुई. उसके बाद कलाकारों द्वारा भरतनाट्यम नृत्य के जरिए वंदना, पुष्पांजलि,  धलाना, धनाश्री, स्वागतम कृष्णा, प्रस्तुत किया गया. छोटी कलाकार अदिति की रवींद्र संगीत मेमो चिटटो गाया को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हुए. इसके बाद कोलकाता की आगंतुक आर्ट ट्यून की कलाकार तुसी नशकर द्वारा टैगोर के जीवन को दिखाता कबी और ख्याल को नृत्य के जरिए प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में हरे कृष्णा कला केंद्र की प्रख्यात डांसर डॉक्टर रागिनी ईश्वर ने टैगोर पर आधारित बेले डांस प्रस्तुत किया, जिसे देखकर सभागार में उपस्थित दर्शक नाचने का मजबूर हो गए. 
 नृत्य के इस कार्यक्रम भरतनाट्यम में यावी, तनु,तानिया,संजना कनिष्का आदित्य, रिधिमा,मेघा, परिधि, अद्विती व कथक नृत्य में कनिका, अनन्या, प्रेरणा, वाणी, हिमानी, छवि, तथा कवि एवं ख्याल में तुसी नस्कर, बेली डांस की प्रस्तुति रागिनी  ईस्वर ने दी.