भेड़िया नहीं आदमी ज्यादा खतरनाक है

फिल्म देगी धरती, जंगल और पर्यावरण के प्रति जन चेतना जगाने का संदेश- कृति सेनन

भेड़िया नहीं आदमी ज्यादा खतरनाक है

अविनाश पाराशर


 अनन्य सोच, जयपुर। फ़िल्म अभिनेता वरुण धवन का कहना है कि भेड़िया जंगली जानवर जरूर है और वो इंसान को काट भी खाता है लेकिन फिर भी भेड़िया से ज्यादा खतरनाक आदमी ही होता है। उनका कहना था कि आदमी के अंदर जब नेगेटिविटी ज्यादा होती है और वो अपने अंदर की इंसानियत को भुला देता है तब वह भेड़िये से भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है। आप आज समाज में आदमी द्वारा किये जा रहे अपराध जैसे बलात्कार, हत्या, खून खराबा देख रहे हैं यह सब आदमी के जंगली होते जाने के ही लक्षण है। इंसान में जब ऐसे नेगेटिव विचार पैदा होने लगते है तो समझ लेना चाहिए कि उसके अंदर का भेड़िया जाग उठा है।
वरुण ने बताया कि इस फ़िल्म में उन्होंने भास्कर नाम के एक युवा की भूमिका निभाई है जिसे भेड़िया काट लेता है और फिर भास्कर हर रात में इंसान से भेड़िया बन जाता है। उसके नाखून रामपुरी चाकू जैसे तीखे और लंबे हो जाते हैं। शरीर पर बडे बाल उग जाते हैं और पूँछ भी निकल आती है। भेड़िया बना भास्कर एक खूँखार  जानवर की तरह व्यवहार करने लगता है।
वरुण धवन आज अभिनेत्री कृति सेनन के साथ अपनी नई फिल्म " भेड़िया" के प्रमोशन के दौरान शहर के एक होटल में मीडिया से बात कर रहे थे। 
वरुण ने कहा कि भेड़िया के काटने पर क्या होता है यह तो आप फ़िल्म देखकर ही जान पाओगे लेकिन साथ ही यह फ़िल्म एक मैसेज यह भी देती है कि आज यह स्थितियाँ क्यूँ पैदा हो गई कि भेड़िया इंसान को काटने लगे। हमने जंगल पर अधिकार कर लिया है जो जानवरों का आज़ाद इलाका हुआ करता था। 
कृति सेनन का कहना था कि यह एक कॉमेडी के साथ ही सामाजिक फ़िल्म भी है जो हमें धरती, जंगल और पर्यावरण के प्रति जन चेतना जगाने का संदेसग देती है। इंसान ने जंगल नष्ट कर दिए जिसका नतीजा है कि आज पर्यावरणीय असन्तुलन का खतरा पैदा हो गया है। कृति ने कहा कि इस फ़िल्म में काम कर मुझे बहुत मज़ा आया । वरुण के साथ काम करना एक खूबसूरत अनुभव है। कृति ने बताया कि इस फ़िल्म की शूटिंग अरुणाचल प्रदेश के घने जंगलों में भी की गई है। जंगल को इतने अंदर तक घुस कर देखना और इतनी गहराई से जंगल को जानना एक नया अनुभव रहा। 
जियो फिल्म्स और दिनेश विजान की यह मूवी आगामी 25 नवम्बर को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।