Rang Rajasthan Theatre and Folk Festival: 99 सिक्के नाटक ने बच्चों को खूब हंसाया

Rang Rajasthan Theatre and Folk Festival: 99 सिक्के नाटक ने बच्चों को खूब हंसाया

Ananya soch: Rang Rajasthan Theatre and Folk Festival

अनन्य सोच। Rang Rajasthan Theatre and Folk Festival: रंग राजस्थान थिएटर और फोक फेस्टिवल के दूसरे दिन स्कूल आउटरीच प्रोग्राम के तहत नाटक "99 सिक्के" का मंचन किया गया. यह नाटक प्रेम मंदिर स्कूल और वुमन इम्पैक्ट एनजीओ में प्रस्तुत किया गया. स्कूल आउटरीच प्रोग्राम के तहत रंग मस्ताने सभी बच्चों को थिएटर की दुनिया से परिचित कराना चाहते हैं और उन्हें कल्पना और कहानी कहने से रूबरू करवाते हैं.

"99 सिक्के" की कहानी एक धनी व्यक्ति, सेठ धनराम के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी अपार संपत्ति के बावजूद, इसे खोने की चिंता से ग्रस्त रहता है और शांति नहीं पा पाता है. उसके महल के सामने एक गरीब किसान रहता है, जिसके पास बस एक गाय है और वह संतुष्ट, साधारण जीवन व्यतीत करता है. एक रात, सेठ चुपके से 99 सोने के सिक्कों की एक थैली किसान के घर के पास छोड़ आता है.

जब किसान को थैली मिलती है, तो वह खुशी से भर जाता है, लेकिन जल्द ही इस बात से ग्रस्त हो जाता है कि इसमें 100 की जगह सिर्फ 99 सिक्के ही क्यों हैं. वह "खोए हुए" सिक्के को खोजने में इतना मग्न हो जाता है कि उसका सुख गायब हो जाता है क्योंकि वह लालच में डूब जाता है. सेठ धनराम इस परिवर्तन को देखता है, और समझ जाता है कि लालच किसी व्यक्ति के संतोष को कितना खोखला कर सकता है. नाटक को दिव्यांश, विवेक, मोहित और ऋषभ ने प्रस्तुत किया. बच्चों ने नाटक को खूब एंजॉय किया और इससे एक महत्वपूर्ण सीख भी ली.