इंडोवायरस बैंड ने भरे लोकगीतों में फ्यूज़न बीट्स के रंग 

कोक स्टूडियो इंडिया फेम भंवरी देवी ने गाया, 'अरे चढ़ चढ़ जाना, होके दीवाना मन का'

इंडोवायरस बैंड ने भरे लोकगीतों में फ्यूज़न बीट्स के रंग 
Ananya soch: Indovirus band added colors of fusion beats to folk songs
अनन्य सोच। जवाहर कला केंद्र की ओर से राजस्थान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में शुक्रवार को इंडोवायरस बैंड द्वारा संगीतमय प्रस्तुति दी गई. इस मौके पर जहां एक ओर लोक गायिका भंवरी देवी और लोक कलाकार कृष्ण कुमार ने राजस्थान के पारंपरिक गीतों को गुनगुनाया तो वहीं डीनो बंजारा व रैपर एनआरएस ने इसमें फ्यूजन बीट्स का तड़का लगाते हुए शाम को खुशनुमा बना दिया. 
 तपेश ने गाया 'मोबाइल को चस्को' तो भंवरी ने 'साँवरियो'
बैंड निर्माता तपेश आर. पंवार ने ‘म्हारो श्याम घर नहीं, किण संग खेरूंगी होली’ से कार्यक्रम की रूमानियत भरी शुरुआत की. इसके बाद ‘उमराव थारी बोली’, ‘हिचकी’, ‘मनवार’, ‘बीरो बंजारों’ और ‘मोबाइल को चसको’ जैसे गीतों को गुनगुनाया जिस पर कलाकारों ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी. वहीं दूसरी ओर लोक गायिका भंवरी देवी ने ‘मीरा मीठी’, ‘चढ़-चढ़ जाना’, ‘कदी आवोनी’ और ‘सांवरियो’ जैसे राजस्थानी पारंपरिक गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. 
राजस्थान की समृद्धि पर लिखित रैप की प्रस्तुति
रैपर एनआरएस (नरेश) ने राजस्थान पर लिखित विशेष रैप की प्रस्तुति दी। जिसमें पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर से लेकर उदयपुर की झीलों तक, धोरां री धरती से लेकर मीरा की कृष्ण भक्ति तक की बातों का जिक्र किया गया. राजस्थान की समृद्धि पर प्रस्तुत इस रैप ने दर्शकों में जोश भर दिया और शाम तालियों से गूंज उठी. प्रस्तुति के दौरान पियानो पर आरोहन, गिटार पर अभिषेक और शुभांक, बास गिटार पर भव, ड्रम्स और सरोद पर रोहन ने संगत की और कोरस में चित्रलेखा, सूमी, श्रेया और अन्य कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से समा बांधा.