मो.रफी के सुरीले गीतों से खिल उठा संगीत आश्रम का प्रांगण 

मो.रफी के सुरीले गीतों से खिल उठा संगीत आश्रम का प्रांगण 

Ananya soch

अनन्य सोच। बॉलीवुड के लीजेंडरी प्लेबैक सिंगर मो.रफी की 44वीं बरसी पर संगीत आश्रम संस्थान की ओर से रविवार को शास्त्रीनगर स्थित संस्थान परिसर में दीवाना हुआ बादल शीर्षक से सांस्कृतिक संध्या संजोई गई। समाजसेवी व वरिष्ठ कलाकार ताराचंद जैन ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम की शुरुआत की। गिटार वादक वत्सल अनुपम के निर्देशन में सजे इस कार्यक्रम में करीब तीस से अधिक बाल व युवा कलाकारों ने खुदा के  नूर गायक मो.रफी के गाए अनेक सदाबहार गीतों की सलोनी प्रस्तुतियां देकर मौजूद अनेक श्रोताओं को आनंदित कर दिया। कार्यक्रम में  पुष्पेन्द्र सिंह ने क्या हुआ तेरा वादा..., विमर्श स्वामी ने आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे..., जयति कुमारी ने दीवाना हुआ बादल..., रियाशीं गोयल ने  इशारों इशारों में...,  वनिता हीरानी ने  बार बार देखो...,  रजनी कुमावत ने  तेरे मेरे सपने..., गर्विता मंगल ने मन तड़पत आज...,  कशिश कंवर ने  आजा तेरी याद...,  जगदीश जीनगर ने  मेरे दुश्मन तू..., मिन्टु मंडल ने आने से उसके आए...,  जीनस कंवर ने  झिलमिल सितारों का...,  अंजली शर्मा ने जो वादा किया वो...,  आदित्रि मुखर्जी ने लिखे जो खत..., भूमिका राठौर ने अच्छा जी...जैसे गीतों की सुरमयी प्रस्तुति दी। इसी प्रकार राजीव मित्तल, तनविका दीक्षित, आशीष सोनी, गीत शर्मा,पीडी शर्मा, प्रीति प्रधान, ममता शर्मा,  मुस्कान कुमावत, मंत्र चैतन्य वशिष्ठ, राशिका कंवर, भूमि कोठारी, गुलाम हाशिम, प्रियंका सिंह, विशाल, निहाल, खुशबू, शुभम, आकिब और ताराचंद जैन ने मो.रफी के गाए गीतों की  मिठास भरी प्रस्तुति दी। अर्कोडियन पर सुलेमान खान, आक्टोपेड पर गर्वित, हारमोनियम पर हरीश नागौरी, गिटार पर वत्सल अनुपम और तबले पर वरुण जांगिड़ ने प्रभावी संगत की। संचालन वीना अनुपम ने किया। संस्थान सचिव अमित अनुपम ने बताया कि समारोह के दूसरे दिन 29 जुलाई,  सोमवार को कथक संध्या होगी। इसमें जयपुर घराने का पारंपरिक कथक प्रस्तुत किया जाएगा।