Swar Madhuri' multimedia LLP: लोक-संस्कृति की सुरधारा को नई दिशा देगी ‘स्वर माधुरी’
Ananya soch: 'Swar Madhuri' multimedia LLP
अनन्य सोच। राजस्थान की लोक-संगीत परंपरा को आधुनिक तकनीक और वैश्विक मंच से जोड़ने की दिशा में एक नई पहल होने जा रही है. मरु कोकिला सीमा मिश्रा अपनी नई संगीत संस्था ‘स्वर माधुरी मल्टीमीडिया एलएलपी’ की शुरुआत 3 नवंबर को करेंगी. यह शुभारंभ समारोह राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, झालाना डूंगरी के मिनी ऑडिटोरियम–2 में शाम 4 से 5.30 बजे तक आयोजित होगा.
भक्ति और लोक की सुरलहरियों से होगा आगाज़
कार्यक्रम के दौरान सीमा मिश्रा के सुमधुर स्वरों में भक्ति गीतों के ऑडियो-वीडियो का लोकार्पण किया जाएगा. वे बताती हैं, “‘स्वर माधुरी’ हमारे लोक कलाकारों और गीतों को वह गरिमा और पहचान दिलाने का प्रयास है, जिसके वे सच्चे अधिकारी हैं. यह यात्रा राजस्थान से शुरू होकर भारत की विविध लोकधाराओं तक पहुँचेगी.”
लोक-संस्कृति को नई पीढ़ी से जोड़ने की पहल
सीमा मिश्रा का मानना है कि लोक-संगीत केवल परंपरा नहीं, बल्कि पहचान है. “हमारा उद्देश्य लोक कलाकारों को मंच और सम्मान देना है, ताकि लोक की यह धरोहर युवा पीढ़ी तक जीवंत रूप में पहुँचे,” उन्होंने कहा.
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और उद्घाटनकर्ता
इस अवसर पर चलकोई फाउंडेशन के संस्थापक-अध्यक्ष राजवीर सिंह चलकोई मुख्य अतिथि होंगे. कार्यक्रम का उद्घाटन पद्मश्री उस्ताद डॉ. अहमद हुसैन, पद्मश्री उस्ताद डॉ. मोहम्मद हुसैन और सीए कमल पोद्दार (मुंबई) करेंगे.
संस्कार, संस्कृति और सृजन का संगम बनेगी ‘स्वर माधुरी’
कंपनी के निदेशक शिव विनायक शर्मा ने बताया कि ‘स्वर माधुरी’ एक ऐसा सांस्कृतिक मंच है जो भारत की लोक-धरोहर को उसके मूल स्वरूप में संरक्षित रखते हुए आधुनिक तकनीक के माध्यम से विश्व तक पहुँचाएगा. ‘स्वर माधुरी’ के माध्यम से सीमा मिश्रा लोक-संगीत के प्रशिक्षण, संवर्धन और प्रसार की दिशा में भी कार्य करेंगी, यह केवल एक शुभारंभ नहीं, बल्कि लोक-संस्कृति की अमर धारा को नए युग में प्रवाहित करने का संकल्प है.